Site icon 24 GhanteOnline | News in Hindi | Latest हिंदी न्यूज़

जेलों में बंद मुसलमानों की संख्या अन्याय का एक और सबूत-ओवैसी

असुद्दीन ओवैसी Asuddin Owaisi

असुद्दीन ओवैसी

नई दिल्ली: एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि जेलों में मुस्लिम पुरुषों को पहले से ही बड़ी संख्या में रखा गया था, लेकिन अब उनकी संख्या और भी बढ़ गई है। दरअसल, ओवैसी ने एक रिपोर्ट को शेयर किया है जिसमें कहा गया है कि नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो का आंकड़ा पेश किया गया है।

इस खबर को शेयर करते हुए ओवैसी ने लिखा, “ मुस्लिम पुरुषों को पहले से ही बड़ी संख्या में रखा गया था, लेकिन अब उनकी संख्या और भी बढ़ गई है। कानून की नजर में, ये लोग निर्दोष हैं, लेकिन वे अभी भी जेल में हैं। यह प्रणालीगत अन्याय का एक और प्रमाण है जिसका हम सामना कर रहे हैं।”

आनंद शर्मा-कार्यसमिति में जो कुछ हुआ उससे ‘बहुत दुखी हूं’

हैदराबाद से लोकसभा सांसद ओवैसी ने इंडियन एक्सप्रेस की खबर को साझा किया। इसमें कहा गया है कि साल 2019 के आंकड़े यह भी बताते हैं कि हाशिए पर रहने वाले समूहों में से मुस्लिम एक ऐसा समुदाय है जिसमें दोषियों की तुलना में विचाराधीन कैदियों (अंडरट्रायल्स) की संख्या अधिक है।

काँग्रेस ने सरकार पर साधा निशाना, अगर असंगठित क्षेत्र नष्ट हुआ तो देश में रोजगार पैदा नहीं होगा

साल 2019 के अंत तक देश के सभी जेलों में दोषियों की संख्या में से 21।7 फीसदी दलित हैं। वहीं विचाराधीन कैदियों में अनुसूचित जाति के 21 फीसदी लोग हैं। वहां दोषियों की कुल संख्या में से 16।6 फीसदी मुसलमान हैं, वहीं विचाराधीन कैदियों की संख्या 18।7 फीसदी है।

Exit mobile version