लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा प्रदेश सरकार ने तो मेरे ऊपर इसलिए मुकदमे दर्ज करा दिए हैं, क्योंकि प्रदेश की परंपरा बदल गई है। जिसके ऊपर मुकदमे होंगे, वही इस प्रदेश का मुख्यमंत्री बनेगा। इसके लिए मैं मुख्यमंत्री का धन्यवाद देना चाहता हूं। उन्होंने यह बात लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कही।
यूपी में हुए एनकाउंटर पर भी कई सवाल उठाए
इस दौरान उन्होंने राज्य सरकार पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने यूपी में हुए एनकाउंटर पर भी कई सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा फर्जी एनकाउंटर हुए हैं। राज्य में जाति और धर्म के आधार पर भी सबसे ज्यादा एनकाउंटर हुए हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि योगी सरकार सपा शासन में किए गए विकास कार्यों को अपना बता रही है।
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योगी सरकार पर हमला बोलते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि कस्टोडियल डेथ भी सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश में हुई है । एनएचआरसी की तरफ से सबसे ज्यादा नोटिस भी यूपी को ही दिए गए हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रदेश में युवाओं के पास रोजगार नहीं है। यह सरकार सही तरीके से काम नहीं कर रही है। अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश में रोजगार के साधन खत्म हो रहे हैं। मुख्यमंत्री ने खुद अपने संकल्प पत्र को गीता के बराबर बताया था लेकिन उसका क्या हुआ? वो अब सपा के शासनकाल के कार्यों को अपना बता रहे है। शिलापट्ट को तोड़कर अपना लगा रहे है। प्रदेश में कानून-व्यवस्था सहित कई मुद्दों पर सपा का प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल आनंदी बेन पटेल से मिला और उन्हें ज्ञापन सौंपा।
आजम खान के समर्थन में निकाली थी साइकिल यात्रा
बता दें कि अखिलेश यादव ने साल भर से जेल में बंद सांसद आजम खान के समर्थन में 12 मार्च को रामपुर से सपा की साइकिल यात्रा शुरू की थी, जो शनिवार को लखनऊ में समाप्त हो गयी, जिसके बाद अखिलेश यादव खुद इसका स्वागत किया।
क्या कहते हैं एनसीआरबी के आंकड़े?
साल 2020 के एनसीआरबी के डाटा के मुताबिक उत्तर प्रदेश में हर 2 घंटे में एक रेप का मामला रिपोर्ट किया जाता है. जबकि बच्चों के खिलाफ रेप का मामला हर 90 मिनट में रिपोर्ट हुआ है। एनसीआरबी के मुताबिक साल 2018 में उत्तर प्रदेश में रेप के कुल 4322 मामले दर्ज हुए थे। इसका सीधा मतलब है कि हर रोज करीब 12 रेप के मामले हो रहे थे। महिलाओं के खिलाफ 2018 में 59445 मामले दर्ज किए गए। जिसका अर्थ है कि हर रोज महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराध के मामले 162 रिपोर्ट किए गए। जोकि साल 2017 के मुकाबले 7 परसेंट ज्यादा हैं।
साल 2017 में महिलाओं के खिलाफ अपराध के कुल 56011 मामले दर्ज किए गए थे। यानी उस वक्त यह आंकड़ा हर दिन के हिसाब से 153 केस था। साल 2018 में नाबालिग बच्चियों के साथ रेप के कुल 144 मामले दर्ज किए गए। जबकि साल 2017 में यह आंकड़ा 139 था. साल 2017 अप्रैल में बीजेपी की सरकार आने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बहुत से ऐसे कार्यक्रम शुरू किए जिससे कि महिलाओं के खिलाफ अपराध के आंकड़े कम हो सके। एंटी रोमियो स्क्वॉड, मिशन शक्ति जैसे कार्यक्रम इसीलिए शुरू किए गए।