कैबिनेट सचिव राजीव गाबा ने अधिकारियों से चक्रवाती तूफान ताउते के मद्देनजर तमाम एहितायती और जरूरी उपाय करने को कहा है जिससे कि प्रभावित क्षेत्रों में जल्द से जल्द जनजीवन सामान्य बनाया जा सके और वहां स्थित कोविड देखभाल केन्द्रों के संचालन में किसी तरह की बाधा न आये।
श्री गाबा ने रविवार को वीडियो कांफ्रेन्स के माध्यम से राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति की बैठक की अध्यक्षता की और अरब सागर में चक्रवाती तूफान ताउते के मद्देनजर स्थिति की समीक्षा की।
बैठक में गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा , कर्नाटक , केरल और तमिलनाडु के मुख्य सचिवों के अलावा के केन्द्र शासित प्रदेशों लक्षद्वीप और दादरा नगर हवेली और दमन व दीव के प्रशासकों के सलाहकारों तथा विभिन्न मंत्रालयों के सचिवों ने हिस्सा लिया।
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श्री गाबा ने केन्द्रीय और राज्य एजेन्सियों की तैयारियों की समीक्षा करते हुए जोर देकर कहा कि प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को निकालने के लिए सभी उपाय किये जाने चाहिए जिससे कि जान माल का नुकसान न हो। बिजली , दूरसंचार और अन्य महत्वपूर्ण सेवाओं की बहाली के लिए भी तैयारी की जानी चाहिए । उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में कोविड देखभाल केन्द्रों के संचालन में बाधा न आये और वहां ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सभी कदम उठाये जाने चाहिए। उन्होंने संबंधित एजेन्सियों से राज्य सरकारों के साथ तालमेल बनाकर काम करने को कहा।
मुख्य सचिवों ने कैबिनेट सचिव को अपने अपने राज्यों की तैयारियों से अवगत कराया और कहा कि स्थिति से निपटने के लिए खाद्यान्न , पेयजल और अन्य अनिवार्य वस्तुओं का पर्याप्त भंडार रखा गया है।
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राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की ओर से बताया गया कि प्रभावित क्षेत्रों में 79 टीमें तैनात की गयी हैं और 22 अतिरिक्त टीमों को तैयार रहने के लिए कहा गया है। सेना , नौसेना, वायु सेना और तटरक्षक बल की बचाव और राहत टीमों को की भी तैनाती की गयी है।