लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य की जनता से अपील की है कि प्रदेश के कल्याण के लिए विधानसभा चुनाव में भाजपा, नरेन्द्र मोदी और योगी के नाम पर मतदान करें। एक टीवी चैनल के साथ इंटरव्यू में मुख्यमंत्री से जब पूछा गया कि कुछ विधायकों के सामने सत्ता विरोधी लहर का संकट है तो उन्होंने कहा कि संभव है, अधिक अपेक्षाओं के चलते कुछ विधायक जनता की असंतुष्टि झेल रहे हों लेकिन उनकी अपील है कि जनता भाजपा के चुनाव चिह्न, मोदी और योगी के नाम मतदान करे।
आदित्यनाथ ने कहा कि इस अपील का आधार यह है कि जिस तरह भाजपा की डबल इंजन की सरकार ने बिना किसी भेदभाव के जनकल्याणकारी योजनाओं को अमली जामा पहनाया, उससे जनता खुश है। भाजपा ने गरीबों को मकान, बिजली, मुफ्त राशन जैसी तमाम सुविधाएं दीं और प्रदेश में विकास सुनिश्चित किया। इन कामों को देखते हुए जनता भाजपा, मोदी और योगी के नाम पर वोट दे। एक अन्य सवाल के उत्तर में उन्होंने कहा कि मोदी और योगी भी भाजपा के ही नाम पर हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव वैसे भी पार्टी लड़ रही है, व्यक्ति नहीं। उन्हें पूर्ण विश्वास है कि चुनाव में मतदान भाजपा के पक्ष में होगा।
योगी ने अखिलेश यादव के पुरानी पेंशन बहाली के मुद्दे को उठाने पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि यह योजना तो मुलायम सिंह यादव के मुख्यमंत्रित्व काल में 2004 में लायी गयी थी। अगर यह बुरी थी तो लागू क्यों की। 2012 से 2017 तक बतौर मुख्यमंत्री, अखिलेश ने क्यों मौन साधे रखा।
विधानसभा चुनाव में अशांति फैलाने वालों के खिलाफ पुलिस सख्ती से निपटे : डीके ठाकुर
अब चुनाव के समय ही अखिलेश ने यह मामला क्यों उठाया। उन्होंने कहा कि अखिलेश ने हमेशा कर्मचारियों के हितों के विपरीत काम किया। भाजपा सरकार ने सपा सरकार के समय बंद की गयीं वृद्ध, दिव्यांग, विधवा पेंशन शुरू करने का बीड़ा उठाया।
मुख्यमंत्री योगी ने फ्री बिजली देने की बात पर भी सपा को आड़े हाथ लिया और कहा कि अपने शासनकाल में बिजली न देने वाली सपा मुफ्त बिजली की बात का रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि अखिलेश सरकार का घोटाला ही था जिसके तहत 16 रुपये तक प्रति यूनिट बिजली खरीद की गयी। उन्होंने कहा कि 2017 में भाजपा सरकार के आने के बाद वही बिजली एक तिहाई दाम पर खरीदी गयी।