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कार्य करने वाले व्यक्ति को कभी नहीं मिलता सम्मान

धर्म डेस्क। चाणक्य ने अपनी बुद्धि के बल पर इतिहास की दिशा को एक नया मोड़ दिया था। वे राजनीति और कूटनीति में बहुत ही कुशल थे। चाणक्य द्वारा लिखी गई चाणक्य नीति की बातें आज के जीवन में भी बहुत सटीक बैठती हैं। चाणक्य की नीतियों को ध्यान से समझ कर अपने जीवन में अनुसरण करने पर मनुष्य एक सुखी और सम्मानित जीवन व्यतीत कर सकता है।

चाणक्य के अनुसार मनुष्य के अंदर कुछ ऐसे अवगुण उत्पन्न हो जाते हैं जिनके कारण उसे जीवन में सम्मान प्राप्त नहीं होता है। ऐसे लोगों की मृत्यु हो जाने के पश्चात भी लोग उनके बारे में सम्मान से बात नहीं करते हैं। जानते हैं कौन से अवगुणों के कारण नहीं करते हैं लोग आपका सम्मान

जिन लोगों के पास प्रचुर मात्रा में धन होता है फिर भी वे धन के लिए लालच का भाव रखते हैं और अपने घर-परिवार की जरुरतों पर खर्च नहीं करते हैं एवं आवश्यकता पड़ने पर भी कंजूसी दिखाते हैं। धन होते हुए भी किसी प्रकार से परेपकार का कोई कार्य नहीं करते हैं। ऐसे लोगों के समाज में सम्मान नहीं मिलता है।

जिस व्यक्ति की जैसी संगत होती है उसका व्यव्हार भी वैसा ही हो जाता है। मनुष्य के हमेशा सज्जनों की संगत में रहना चाहिए। जो लोग गलत संगत में रहते हैं वे गलत कार्यों में लिप्त हो जाते हैं जिसके कारण उन्हें अपने जीवन में अपमान का सामना करना पड़ता है ऐसे लोगों की मृत्यु होने के बाद भी लोग उनके बारे में अच्छा नहीं कहते हैं। इसलिए बुरे लोगो की संगति का त्याग कर देना ही उचित रहता है।

माता-पिता गुरु का अपमान करने वाले व्यक्तियों को अपने जीवन में कभी सम्मान प्राप्त नहीं होता है। ऐसे लोग हमेशा पाप के भागीदार बनते हैं। ऐसे लोगों के मृत्यु के बाद भी शांति प्राप्त नहीं होती है। इसलिए हमेशा अपने माता-पिता गुरुजनों और बड़ो का सम्मान करना चाहिए।

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