मऊ। मऊ सदर विधानसभा सीट से बाहुबली विधायक और बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी पर प्रशासन ने शिकंजा कसना तेज कर दिया है। शनिवार सुबह मुख्तार के करीबी और ठेकेदार उमेश सिंह के शॉपिंग मार्ट पर प्रशासन का बुलडोजर चला। यह कार्रवाई सिटी मजिस्ट्रेट के आदेश पर हुई। इससे मौके पर खलबली मची रही।
मुख्तार के करीबियों पर कसा शिकंजा
करीब 10 करोड़ रुपये की लागत से बना यह मार्ट पिछले कई वर्षों से संचालित हो रहा था। पूर्वांचल के मऊ जिले में बाहुबली मुख्तार अंसारी के करीबियों पर पुलिस का शिकंजा कसता ही जा रहा है। मऊ सिटी मजिस्ट्रेट के न्यायालय में अवैध तरीके से निर्माण करने का मुकदमा स्टेट बनाम उमेश सिंह, अजय सिंह, विजय सिंह, विनय सिंह के विरुद्ध चल रहा था। जिसकी सुनवाई करते हुए शुक्रवार को कोर्ट ने ध्वस्तीकरण का आदेश जारी किया।
पुलिस ने मेगा मार्ट पर की कार्रवाई
आदेश के क्रम में शनिवार सुबह शहर कोतवाली क्षेत्र के भीटी में बने मेगा मार्ट के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू हुई। एडीएम के हरि सिंह, सीओ सिटी धनंजय मिश्रा, ईओ नगर पालिका दिनेश कुमार, शहर कोतवाल डीके श्रीवास्तव, सरायलखंसी एसओ राम सिंह, हलधरपुर एसओ निहार नंदन सिंह सहित नगर पालिका कर्मचारी और भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहे। इस संबंध में सीओ सिटी धनजंय मिश्रा ने बताया कि सिटी मजिस्ट्रेट के आदेश के क्रम में अवैध निर्माण को ध्वस्त कराया जा रहा है।
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उमेश सिंह पर पहले भी हुई है कार्रवाई
मुख्तार अंसारी गिरोह के करीबी और त्रिदेव ग्रुप के मालिक कोयला माफिया उमेश सिंह मन्ना सिंह हत्याकांड में आरोपी है। मऊ प्रशासन ने इससे पहले भी कई मौके पर उमेश की करोड़ों रुपये की संपत्ति को सीज कर जब्त कर चुकी है। बीते वर्ष अक्तूबर माह में कोपागंज थाना क्षेत्र के अदरी स्थित त्रिदेव धर्म कांटा व कोल डिपो को जिला प्रशासन ने जब्त किया था। उमेश सरायलखंसी थाने के अहिलाद गांव का निवासी है।