यूपी के कानपुर देहात में शनिवार को खाकी ने महिलाओं की मर्यादा की सारी सीमाएं तार- तार कर दी है। मामला कानपुर देहात के भोगनीपुर थाने के दुर्गदासपुर गांव का है।
जहां भोगनीपुर कोतवाली के पुखरायां चौकी इंचार्ज महेंद्र पटेल और चौकी के चार सिपाहियों ने एक परिवार पर कहर ढहा दिया। बिना महिला कांस्टेबल के पीड़ित के घर दबिश देने पहुचे चौकी इंचार्ज ने इंद्रजीत की पत्नी श्यामा देवी को सड़क पर गिराकर मारा। वहीं पीड़िता के सीने पर चढ़ गये। जब अपनी सास को बचाने आयी बहू आरती को भी चौकी इंचार्ज ने नहीं छोड़ा और उसको गिरा कर सीने पर चढ़ गये।
जिसका वीडियो सोशल मीडिया में तेज़ी से वायरल हो रहा है। आरोप है कि चौकी इंचार्ज महेंद्र पटेल ने शिवम को भी गिराकर पूरे गांव के सामने मारते हुये थाने ले गये। जबकि पीड़ित पक्ष के विरूद्ध कोई एनसीआर तक दर्ज नहीं है। अब देखना है कि महिलाओं के सम्मान में हमेशा आवाज बुलंद करने वाली यूपी पुलिस इस बेलगाम दरोगा पर कब कार्रवाई करती हैं।
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मामला सामने आने के बाद कानपुर देहात के पुलिस अधीक्षक केशव कुमार चौधरी ने बताया कि पुलिस दबिश देने गई थी। वहां विवाद हुआ जिसके बाद एक महिला और चौकीदार का फोटो और वीडियो वायरल हुआ है।
महिला का आरोप है कि उसके घर वालों को जबरदस्ती पकड़ कर ले जा रहे थे। उन्होंने बताया कि पूरे मामले की पुलिस जांच कर रही है, जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।