मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों से आज कहा कि वे जनता की सेवा का मुख्य ध्येय बनाकर कार्य करें।
श्री चौहान ने नए वर्ष में पहली बार वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए राज्य के सभी मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों को संबोधित किया। सुशासन को प्राथमिकता दे रहे श्री चौहान ने कहा कि जब वे यह कहते हैं कि ‘जनता ही मेरी भगवान है’, तो वे अंतरात्मा से यह बात कहते हैं। लोकतंत्र में तंत्र जनता के लिए ही होता है। यदि हम अहंकार में डूब जाएंगे, तो अपने कर्तव्यों का सही ढंग से पालन नहीं कर पाएंगे।
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श्री चौहान ने जोर देकर कहा कि मुख्यमंत्री, मंत्री और प्रशासनिक अधिकारी सब जनता की सेवा के लिए ही हैं। इसलिए वे जनता की सेवा को भगवान की सेवा मानते हैं। उन्होंने कहा कि इसलिए वे चाहते हैं कि आप सब भी इसी सोच के साथ कार्य करें और जनता की सेवा करें।
श्री चौहान ने कहा कि अभी बहुत कार्य करना शेष है। इसलिए पूरी प्रशासनिक मशीनरी तुरंत कार्य में जुट जाए। सरकार की प्राथमिकता गरीबों के कल्याण, प्रदेश के विकास और सभी वर्गों के कल्याण की है। हम लोग नीति बनाएंगे और उस पर ठोस अमल करने का कार्य प्रशासनिक अधिकारियों का है। इस कार्य में अधिकारी अपनी पूरी दक्षता लगाएं।