साधु संतों की जानीमानी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने कहा है कि माघ मेला परंपरागत है यह परंपरा टूटेगी नहीं।
श्री गिरी ने रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके आवास पर मुलाकात के बाद कहा कि श्री योगी से कई विषयों पर हुई चर्चा हुई और खास तौर पर संगम की रेती पर हर साल लगने वाले दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक और आध्यात्मिक माघ मेले की तैयारियों को लेकर विस्तार से चर्चा की।
बीजेपी नफरत और समाज को बांटने की करती है राजनीति : अखिलेश यादव
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा कि मेला परंपरागत है, इसकी परंपरा नहीं टूटेगी। कोरोना के संक्रमण के खतरे को देखते हुए श्री योगी ने परंपरागत मेले को विधिवत कराने का आश्वासन दिया। उन्होंने अखाड़ा परिषद अध्यक्ष को ये भी आश्वासन दिया है कि कोविड काल में भी मेले की परंपरा नहीं टूटेगी, लेकिन साधु संत और श्रद्धालुओं से कोविड गाइड लाइन के पालन की भी अपील की है। ताकि मेले में आने वाले श्रद्धालु यहां से पुण्य लेकर जाएं कोरोना का संक्रमण नहीं।
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत गिरी ने भी मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद लोगों से अपील करते हुए कहा है कि माघमेला में आने वाले हर व्यक्ति के लिए कोविड-19 की गाइड लाइन का पालन करना अनिवार्य रहेगा। उन्होंने कहा है कि कोरोना के चलते मेले का स्वरूप कम किया गया है। इस बार माघ मेले में संस्थाओं पर पूरी तरह से पाबंदी लगाई गई है। केवल साधु संत, श्रद्धालु और कल्पवासी ही मेले में आएंगे।
सोशल मीडिया पर आपत्ति जनक पोस्ट करने के आरोप में एक व्यक्ति के विरुद्ध सदर पुलिस ने किया कार्यवाही
उन्होंने कहा कि मेला साधु-संत, श्रद्धालुओं और कल्पवासियों का है, लेकिन मेले में वही लोग आयें जिन्हें संकल्पित पूजा-अर्चना करनी है। उन्होने लोगों से मेले में बुजुर्ग और बच्चों को नहीं लाने की अपील किया है।