साल 2025 में चार ग्रहण लगने वाले हैं, जिसमें से 2 लग चुके हैं। पहला चंद्र ग्रहण 14 मार्च को लगा था, जबकि सूर्य ग्रहण (Surya Grahan) 29 मार्च को लगा था। हालांकि, ये दोनों ही ग्रहण भारत में नहीं दिखाई दिए थे। अब लोगों को अगले दोनों ग्रहण का बेसब्री से इंतजार है और जानने की भी उत्सुकता है कि अगले ग्रहण भारत में नजर आएंगे या नहीं। ऐसे में चलिए आपको बताते हैं साल का दूसरा सूर्य ग्रहण कब लगेगा और भारतीय खगोलीय घटना का दीदार कर पाएंगे या नहीं।
साल 2025 का दूसरा सूर्य ग्रहण (Surya Grahan) कब लगेगा?
साल का दूसरा सूर्य ग्रहण 21 सितंबर 2025 अमावस्या के दिन लगेगा। यह ग्रहण 21 सितंबर को रात 11 बजे से लेकर 22 सितंबर की तड़के रात 3:24 मिनट तक रहेगा यानी यह सूर्य ग्रहण कुल 4 घंटे 24 मिनट तक रहेगा।
साल का दूसरा सूर्य ग्रहण (Surya Grahan) भारत में आएगा नजर?
पहले ग्रहण की तरह साल का दूसरा सूर्य ग्रहण भी भारत में नजर नहीं आएगा। यह ग्रहण ऑस्ट्रेलिया, अंटार्कटिका, प्रशांत महासागर और अटलांटिक महासागर के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा।
सूर्य ग्रहण (Surya Grahan) में पूजा-पाठ क्यों नहीं किया जाता?
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जब सूर्य या चंद्र, ग्रहण के प्रभाव में होते हैं, तो उनकी शक्ति कम हो जाती है, जिससे इस दौरान की गई उपासना या शुभ कार्य निष्फल हो सकता है। इसलिए हिंदू धर्म में ग्रहण को अशुभ माना गया है। ऐसी मान्यता है कि ग्रहण के समय वातावरण में नकारात्मक ऊर्जा ज्यादा सक्रिय हो जाती है, जिससे सकारात्मक ऊर्जा कमजोर पड़ जाती है। इसी वजह से ग्रहण के समय पूजा-पाठ का उचित फल नहीं मिलता है।
ग्रहण (Surya Grahan) का सूतक लगने पर क्या करें?
सूतक काल में कोई भी शुभ कार्य या पूजा-पाठ नहीं करना चाहिए।
सूतक काल के दौरान धार्मिक ग्रंथों का अध्ययन करना चाहिए।
सूतक काल में भगवान का ध्यान और मंत्र जाप करना चाहिए।
सूतक काल के दौरान गर्भवती महिला को बाहर नहीं निकलना चाहिए।
सूतक लगने तक भोजन पकाना और खाना भी नहीं चाहिए।
ग्रहण से पहले से बने भोजन में तुलसी डालकर ढक देना चाहिए।
सूतक समाप्त होने के बाद घर में गंगाजल छिड़काव करना चाहिए।