कानपुर। जिले में पिछले कुछ दिनों से एक अजीब तरह का टोटका देखने को मिल रहा है। शहर के कई मोहल्लों में महिलाएं अपने घरों के बाहर बोतलों (Red Bottles) में लाल रंग भरकर सजा रही हैं। दरअसल, उनको यह भ्रम हो गया है कि ऐसा करने से जानवर उनके घर के बाहर गंदगी नहीं करेंगे, खासकर कुत्ते और गायें।
हालांकि, इस बात का कोई भी वैज्ञानिक आधार नहीं है कि लाल रंग देखकर जानवर गंदगी नहीं करेंगे। फिर भी कानपुर के दर्जनों मोहल्लों में ऐसे टोटके किए जा रहे हैं। मसवानपुर, रावतपुर, कल्याणपुर जैसे इलाकों में सैकड़ों घरों के बाहर लाल रंग (Red Bottles) से भरी बोतलें रखी गई हैं।
घरों के बाहर लाइन से सजी हुई बोतलें
देखा, देखी और भी मोहल्लों के लोग यही काम शुरू कर रहे हैं। कर्नलगंज इलाके में भी घर के बाहर, सड़क किनारे लाल रंग से भरी मिल बोतलें (Red Bottles) मिल जाएंगी। फोटोज में देखा जा सकता है कि कैसे सड़क किनारे एक या दो नही बल्कि ऐसी सैकड़ों बोतलें कतार में रखीं है।
गौरतलब है कि पढ़े-लिखे लोगों के घरों के बाहर भी ऐसी बोतलें दिखाई दे रही हैं। इसको लेकर जब ‘आजतक’ के रिपोर्टर ने मसवानपुर में रहने वाले सिराज से पूछा तो उनका कहना था कि हमारे घर की महिलाओं को किसी ने बताया था कि घर के बाहर लाल रंग भर के रख देने से कुत्ता, गाय आदि वहां गोबर करेंगे और ना गंदगी फैलाएंगे। हालांकि, इसी दौरान कई कुत्ते वहां घूमते मिले।
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फिलहाल, इस तरह के टोटके को देखकर कुछ लोगों ने हैरानी भी जताई। लेकिन टोटके की शुरुआत कैसे हुई इस बारे में किसी को नहीं पता। आम लोगों में ये चर्चा का विषय बना हुआ है।







