नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस समारोह के मौके पर मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में जमीन से लेकर आसमान तक सुरक्षा अभेद्य रहेगी। सुरक्षा के लिए हजारों सशस्त्र जवानों को तैनात किया गया है।
दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गणतंत्र दिवस के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी में चप्पे-चप्पे की निगरानी कर सुरक्षा व्यवस्था चाकचौबंद की गयी है। गणतंत्र दिवस समारोह के साथ-साथ किसानों की ट्रैक्टर रैली के लिए भी सुरक्षा के फुलप्रूफ इंतजाम किये गये हैं।
किसानों के आंदोलन में गड़बड़ी फैलाने को लेकर पाकिस्तान की ओर चलाये गए 308 ट्विटर हैंडल से मिले इनपुट के मद्देनज़र पुलिस की चुनौती और बढ़ गई है। दिल्ली पुलिस का मानना है कि यह उसके लिए बहुत ही चुनौतीपूर्ण कार्य है, लेकिन वह पूरी तरह तैयार है। समुचित तरीके से सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि राजधानी में किरायेदारों एवं नौकरों का सत्यापन, सीमा पर जांच, पुरानी कारों की खरीद-फरोख्त करने वाले डीलरों और सिम कार्ड डीलरों का सत्यापन करने जैसे आतंकवाद-रोधी उपाय निरंतर किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि रेलवे स्टेशन, मेट्रो स्टेशन, हवाई अड्डा और बस टर्मिनल पर भी सुरक्षा कड़ी की गई है। इसी प्रकार थाना स्तर पर बैठक कर इलाके के होटलों, गेस्ट हाउस और अन्य प्रतिष्ठानों के गार्ड को और अधिक चौकस रहने के लिए अलर्ट जारी किया है।
होटल के कर्मचारियों को निर्देश दिया गया है कि वे परिसर में किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि की तुरंत सूचना दें। सुरक्षा व्यवस्था के लिए तैयारियों को पूरा करने के लिए मार्केट यूनियन के साथ भी बैठकें की गई है। सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भीड़ वाले स्थानों, बाजारों और मॉल पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
रोमांचक मुकाबले में अर्जेंटीना बी टीम ने भारत को 3-2 से हराया
दिल्ली पुलिस की ओर से कहा गया है कि इस गणतंत्र दिवस समारोह में प्रवेश केवल निमंत्रण कार्ड/टिकट द्वारा ही होगा। उन्होंने कहा कि जिनके पास वैध निमंत्रण कार्ड/पास नहीं है, गणतंत्र दिवस समारोह का प्रसारण घर से ही देखें। इसके साथ ही 15 वर्ष से कम आयु के बच्चों का प्रवेश वर्जित है।
गौरतलब है कि गणतंत्र दिवस परेड पहली बार ऐतिहासिक लाल किला तक नहीं जाएगी। कोरोना संक्रमण के मद्देनजर ऐसा फैसला लिया गया है। हर साल परेड राजपथ से शुरू होकर लालकिला तक की 8.2 किलोमीटर की दूरी तय करती थी। इस बार राजपथ से चलकर इंडिया गेट के नेशनल स्टेडियम तक ही सिर्फ 3.3 किलोमीटर तक ही परेड जाएगी।
प्रत्येक जत्थे में 144 कर्मी शामिल होते थे। इस बार प्रत्येक जत्थे में 96 कर्मी ही शामिल रहेंगे। इसके साथ ही परेड देखने का मौका भी इस बार कम लोगों को मिलेगा। जहां हर साल गणतंत्र दिवस परेड देखने के लिए करीब एक लाख लोग मौजूद रहते थे, वहीं इस बार 25 हजार लोग ही मौजूद रहेंगे।