गौतम बुद्ध नगर की लुक्सर जेल के बंदियों को अवैध तरीके से बाहर का सामान पहुंचाया जा रहा था। मोबाइल फोन पर सामान की लिस्ट ली जा रही थी।
सामान का भुगतान पेटीएम से किया जा रहा था। सामान भी बाजार रेट से ऊंचे दाम पर सप्लाई किया जा रहा था। जेल प्रशासन की जांच में इसका खुलासा हुआ है। जांच में सामने आया है कि जेल से कुछ दूरी पर किराना स्टोर का मालिक इस रैकेट को चला रहा था। जेल के अफसरों ने किराना स्टोर के मालिक के खिलाफ ईकोटेक थाने में एफआईआर दर्ज कराई है।
सूत्रों की मानें तो किराना स्टोर के मालिक का बेटा हाल ही में किसी केस के चलते जेल में कुछ दिन के लिए बंद रहा था। इसी दौरान उसने जेल के कुछ कर्मचारियों संग मिलकर यह तरीका तैयार किया कि जेल में बंद बंदियों के परिवार वाले पेटीएम से भुगतान करेंगे और उनके संबंधियों को जेल के अंदर सामान पहुंचा दिया जाएगा। इसके ऐवज में पैसे भी मनमाने वसूले जा रहे थे।
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ऐसे ही दो मामलों में बंदियों ने शिकायत की थी कि उनके परिवार वालों से इस दुकानदार ने मोटी रकम तो ले ली, लेकिन उसके बाद सामान नहीं पहुंचाया। सुबूत के तौर पर बंदियों ने जेल के अफसरों को पेटीएम के पेमेंट की पर्ची भी दिखाई। इसी पर्ची के आधार पर जेल के अफसरों ने जांच शुरु की थी।
जेल प्रशासन ने किराना स्टोर के मालिक के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में केस दर्ज कराया है। जांच के बाद अफसरों का कहना है कि ऐसा लगता है कि किराना स्टोर संचालक के साथ जेल के कुछ सिपाही भी मिले हुए हैं। इसी मिलीभगत से यह गोरखधंधा चल रहा था।
गौरतलब रहे इससे पहले जेल प्रशासन ने जेल के अंदर भेजने की कोशिश में चरस भी बरामद की थी। वहीं जेल के अंदर कुछ दबंग बंदियों के द्वारा कमजोर बंदियों से उगाही पर भी रोक लगाई गई है। जेल प्रशासन की सख्ती के चलते ही यह मामला भी सामने आया है।