नई दिल्ली। जापान में प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा (Fumio Kishida) के बड़े बेटे शॉटारो को अपने कार्यकारी नीति सचिव के पद से इस्तीफा देना पड़ा है। शॉटारो ने प्रधानमंत्री के आधिकारिक निवास में दोस्तों के साथ मिलकर पार्टी की और तस्वीरें खिंचवाई जिससे देशभर में उनकी काफी आलोचना हो रही है। इसे देखते हुए उनके पिता प्रधानमंत्री किशिदा ने उन्हें पद से बर्खास्त कर दिया है।
पार्टी की जो तस्वीरें सामने आई हैं, उनमें किशिदा के बेटे अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ पीएम आवास की सीढ़ियों पर बिछे रेड कार्पेट पर पोज देते नजर आए हैं। कुछ तस्वीरों में वह और उनके दोस्त रेड कार्पेट पर लेटे दिखे हैं। एक तस्वीर में शॉटारो पीएम के लिए आरक्षित जगह पर खड़े दिख रहे हैं। ऐसा लग रहा है मानो वह अपने पिता की नकल कर रहे हैं।
तस्वीरों में कुछ लोग पीएम आवास के पोडियम पर खड़े होकर ऐसा दिखाने की कोशिश कर रहे हैं जैसे वो किसी प्रेस कॉन्फ्रेंस में सवालों के जवाब दे रहे हों। द गार्डियन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सोमवार रात को किशिदा ने कहा, ‘प्रधानमंत्री के राजनीतिक मामलों के सचिव के रूप में, लोगों के प्रति उनकी जिम्मेदारी थी, और उनका यह काम अनुचित था। इसलिए मैंने उनसे यह जिम्मेदारी वापस लेने का फैसला किया है।’
उन्होंने कहा कि गुरुवार को उनके बेटे की जगह दूसरे सचिव ताकायोशी यामामोटो को नियुक्त किया जाएगा।
‘बेटे को पार्टी के लिए फटकार लगाई है’- किशिदा (Fumio Kishida)
उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने बेटे को पार्टी के लिए कड़ी फटकार लगाई है लेकिन वह विपक्षी सांसदों और जनता के आक्रोश को शांत नहीं कर सके और उनके बेटे को इस्तीफा देना पड़ा है।
मुख्य कैबिनेट सचिव, हिरोकाजू मात्सुनो ने किशिदा के बेटे द्वारा पीएम के आधिकारिक निवास पर पार्टी को अनुचित करार दिया था और कहा था कि भविष्य में इस तरह की हरकत को रोकने के लिए कठोर कदम उठाए जाएंगे।
लगभग 100 साल पुराना प्रधानमंत्री आवास पहले प्रधानमंत्री कार्यालय था। साल 2005 में जब एक नया प्रधानमंत्री कार्यालय बन गया तो इसे पीएम का आधिकारिक आवास बना दिया गया।
पहले भी विवादों में रहे हैं शॉटारो
यह पहली बार नहीं है जब किशिदा (Fumio Kishida) के बेटे निजी कार्यों के लिए अपने पद का उपयोग करने को लेकर लपेटे में आए हों। जब वो अपने पिता के साथ ब्रिटेन और पेरिस के दौरे पर गए थे तब उन्होंने अपने निजी पर्यटन के लिए दूतावास की कारों का इस्तेमाल किया था। लंदन के एक लक्जरी डिपार्टमेंटल स्टोर में कैबिनेट मंत्रियों के लिए स्मृति चिन्ह खरीदने के लिए भी वो दूतावास के कार से ही गए थे जिसके लिए उन्हें फटकार लगाई गई थी।
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किशिदा ने अक्टूबर में प्रधानमंत्री के लिए आठ सचिव पदों में से एक पद पर अपने बेटे को नियुक्त किया था। शॉटारो की नियुक्ति की विपक्षी सांसदों ने काफी आलोचना की और किशिदा पर भाई-भतीजावाद को बढ़ावा देने का आरोप लगा। हालांकि, जापान की राजनीति में यह बेहद आम हैं और वहां की संसद में लंबे समय से वैसे सांसदों का वर्चस्व है जिनके पिता या परिवार का कोई सदस्य सांसद रहा हो।