उत्तर प्रदेश में संभल जिले के बहजोई क्षेत्र में बस के खराब होने के कारण सड़क किनारे खड़े बारातियों को एक अन्य तेज रफ्तार बस के रौंद दिया,जिससे सात बारातियों की मृत्यु हो गई और दस से अधिक घायल हो गये।
पुलिस सूत्रों ने आज यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि धनारी इलाके के छपरा निवासी सतीश के पुत्र विवेक की बारात रविवार को चन्दौसी में सीता आश्रम पर गई थी। देर रात लगभग एक बजे बाराती बस से छपरा गांव बापस लौट रहे थे। रास्ते में मुरादाबाद-अलीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर लहरावन गांव के अचानक बस के एक टायर में पंचर हो गया।
चालक ने बस सड़क किनारे खड़ी कर दी और टायर बदलने लगा। उसी दौरान बाराती भी बस से नीचे उतरकर सड़क के किनारे बस के पीछे खड़े हो गये, तभी पीछे से आ रही एक तेज रफ्तार बस ने बारातियों को रौंद दिया,जिससे वहां चीख पुकार मच गई।
उन्होंने बताया कि हादसे में छपरा निवासी ओंकार के पुत्र वीरपाल (60) , नेत्रपाल के पुत्र विनीत कुमार (32), राजपाल के पुत्र छोटे (35), राम सिंह के पुत्र हप्पू (35), रूम सिंह के पुत्र राकेश (55), राम बाबू के पुत्र अभय (18) और ग्राम कौआखेड़ा निवासी राजपाल के 40 वर्षीय पुत्र भूरे की मौके पर ही मौत हो गई तथा विजेन्द्र, अभिषेक, अरविंद, सनी, गोविंद आदि दस से अधिक बाराती घायल हो गये।
सभी घायलों को बहजोई सीएचसी पहुंचाया। शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिये गये हैं।