मीरजापुर नगर के सिविल लाइन रोड स्थित एंग्लो संस्कृत जुबिली इंटरमीडिएट कॉलेज में माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन आयोग की आयोजित प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (टीजीटी) परीक्षा में एक अभ्यर्थी को नकल करते हुए पर्यवेक्षक ने पकड़ा है। पूछताछ के बाद प्रभारी डीआईओएस व सिटी मजिस्ट्रेट विनय सिंह के निर्देश पर केंद्राध्यक्ष राजेंद्र तिवारी ने सिटी कोतवाली पुलिस को आरोपी के विरूद्ध एफआईआर दर्ज करने के लिए तहरीर दी है।
मंडल के उप शिक्षा निदेशक व प्रभारी जिला विद्यालय निरीक्षक चंद्रजीत यादव ने बताया कि सुबह की पाली में टीजीटी के लिए हिन्दी, गणित और सिलाई विषय की परीक्षा चल रही थी। केंद्र में परीक्षा की निगरानी के लिए बने कंट्रोल रूम से दो पर्यवेक्षक सीसीटीवी स्क्रीन पर पल-पल पर नजरें गड़ाए हुए थे। इसी बीच केंद्र के कक्ष नम्बर एक में एक अभ्यर्थी की गतिविधि संदिग्ध लगी।
लगभग दस मिनट तक वाच करने के बाद पर्यवेक्षक परीक्षा कक्ष में पहुंच कर चिन्हित अभ्यर्थी की तलाशी ली। उसके पास से टीजीटी के प्रश्नपत्र के ए और बी सिरीज का चिट पाया गया, जबकि आरोपित के पास हिन्दी विषय के सी सिरीज की उत्तरपुस्तिका अभ्यर्थी को मिली थी। हल किए हुए चिट से कोई फायदा नहीं हुआ। लेकिन परीक्षा के निर्धारित नियम के उल्लंघन करने के आरोप में परीक्षा से रेस्टीकेट कर दिया गया। सिटी मजिस्ट्रेट विनय सिंह व सीओ सिटी प्रभात राय को आरोपित ने अपना नाम जैन कुशवाहा निवासी कुशहा चुनार कोतवाली बताया।
दस हजार रुपये में हुआ था सौदा
एएस जुबिली इंका में टीजीटी परीक्षा केंद्र पर नकल करने के आरोप में पकड़ा गया जैन कुशवाहा ने बताया है कि उसे एक साइबर कैफे संचालक ने कम्प्यूटर से निकाल कर ए और बी सिरीज का उत्तर दिया था। हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि किस साइबर कैफे से उसे चिट मिला था। प्रभारी डीआईओएस की माने तो आरोपी जैन ने यह स्वीकार किया कि जिस साइबर कैफे वाले उसे ए-बी सिरीज का हल उत्तर दिया था। उससे कहा था कि यह प्रश्न पूछे जाएंगे। परीक्षा के बाद उत्तर सही मिलने पर उसे दस हजार रुपये अदा करना होगा। यह दीगर है कि उत्तर भी सही नहीं निकला और बीच में ही खेल खत्म हो गया।
गुरुजी ही निकले नकलची
एएस जुबिली इंका परीक्षा केंद्र पर टीजीटी परीक्षा में नकल करने के आरोप में पकड़ाया आरोपी पेशे से शिक्षक निकला। डीआईओएस की माने तो आरोपित शास्त्री पास है और हिन्दी विषय में टीजीटी बनने के हसीन सपने पाले था। उन्हों ने यह भी बताया आरोपित की हरकत तब और हैरत में डाल दी जब यह पता चला कि वह किसी निजी विद्यालय में शिक्षण कार्य करता है।
कक्ष निरीक्षकों ने नहीं बनाया साइन
टीजीटी परीक्षा के दौरान एएस जुबिली इंका नकल के आरोप में पकड़े गए आरोपित के रेस्टीकेशन के बाद जब सिटी मजिस्ट्रेट ने कक्ष नम्बर एक के दो कक्ष निरीक्षकों से साइन बनाने को कहा तो वे कतरा गए। इस पर सिटी मजिस्ट्रेट ने केंद्राध्यक्ष/प्रधानाचार्य को कक्ष निरीक्षकों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के निर्देश दिये हैं।
किसी बड़े साल्वर गैंग के हाथ होने की आशंका
माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन आयोग की जीटीजी परीक्षा के परीक्षा में भले ही एएस जुबिली इंका में ए व बी सिरीज का हल उत्तर पकड़ा गया हो। लेकिन इसके पीछे के संकेत बहुत गहरे और पेशवर साल्वर गैंग की ओर इशारा करते हैं। मसलन साइबर कैफे से हल किये हुए उत्तर सीरीज सौदे के साथ दिया जाना। एक अभ्यर्थी का पकड़ा जाना तो इसकी बानगी भर है। बातचीत में मंडल के उप शिक्षा निदेशक व प्रभारी डीआईओएस चंद्रजीत यादव ने भी कुछ यही संकेत दिये। उनकी बातों का सार यही था कि साल्वर गैंग इस तरह की गतिविधियों के पीछे है। बीएड प्रवेश परीक्षा में नगर के सुंदर-मुंदर जायसवाल नगर पालिका बालिका इंका व प्रयागराज में साल्वर के पकड़े जाने की घटनाओं से स्पष्ट है कि कहीं न कहीं पूरा रैकेट सक्रिय हैं। लेकिन लाख सक्रियता के बावजूद शासन व प्रशासन के हाथ साल्वर गैंग के गिरेबान तक नहीं पहुंच पा रहे हैं।