नई दिल्ली। संसद के मानसून सत्र का मंगलवार को नौवां दिन है। राज्यसभा के सभापति ने बीते सोमवार को उपसभापति के साथ दुर्व्यवहार करने वाले आठ सांसदों को संसद के पूरे सत्र से निलंबित कर दिया है।
Rajya Sabha Deputy Chairman Harivansh writes to President Ram Nath Kovind against the unruly behaviour with him in the House by Opposition MPs during the passing of agriculture Bills on 20th September https://t.co/T2fStyBmkC
— ANI (@ANI) September 22, 2020
इसके बाद इन सांसदों ने रातभर संसद परिसर में धरना दिया। सुबह उपसभापति हरिवंश उनसे मिलने के लिए पहुंचे थे। वे उनके लिए चाय-नाश्ता लेकर पहुंचे थे ,लेकिन सांसदों ने इसे लेने से इनकार कर दिया है। हालांकि अब सांसदों का धरना खत्म हो गया है।
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अब विपक्ष ने राज्यसभा के पूरे सत्र का बहिष्कार करने का फैसला किया है। इसके अलावा उपसभापति ने राष्ट्रपति को पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने अपने साथ हुए दुर्व्यवहार से राष्ट्रपति कोविंद को अवगत कराया है। बता दें कि इसी बीच राज्यसभा में आवश्यक वस्तु संशोधन विधेयक पर चर्चा हो रही है।
राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि राज्यसभा के उपसभापति ने लोकतंत्र के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की है। इसके साथ ही मुझे पत्र लिखकर बताया कि उनके साथ कैसा व्यवहार किया गया है। उन्होंने मुझे लिखा है कि लोगों की चेतना जगाने के लिए वे एक दिन का उपवास रख रहे हैं। वह आज निलंबित सांसदों से मुलाकात करने के लिए पहुंचे और चाय भी दी। हम सभी उनकी तारीफ कर रहे हैं। हम संसदीय लोकतंत्र में इस तरह के व्यवहार को स्वीकार नहीं कर सकते।’ नायडू ने विपक्षी नेताओं से ‘पुनर्विचार, आत्मनिरीक्षण, सदन में चर्चा में भाग लेने के लिए लौटने’ का आग्रह किया है।
कांग्रेस और कई अन्य विपक्षी दलों ने मंगलवार को मौजूदा मानसून सत्र की शेष अवधि में राज्यसभा की कार्यवाही का बहिष्कार करने का फैसला किए जाने के बाद निलंबित सांसदों ने संसद भवन परिसर में अपना धरना खत्म कर दिया है।
कांग्रेस सांसद गुलाम नबी आजाद ने कहा कि हम संसद सत्र का बहिष्कार तब तक करेंगे। जब तक कि सरकार हमारी तीन मांगों को स्वीकार नहीं करती है। पहली यह कि सरकार दूसरा विधेयक लेकर आए जिसके तहत कोई भी निजी कंपनी एमएसपी से नीचे खरीद न कर सके। दूसरा एमएसपी को स्वामीनाथन आयोग द्वारा अनुशंसित फार्मूले के तहत तय किया जाना चाहिए। तीसरी यह कि एफसीआई जैसी सरकारी एजेंसियां एमएसपी से नीचे फसल नहीं खरीदेंगी।
पूर्व प्रधानमंत्री और राज्यसभा सांसद एचडी देवगौड़ा ने कहा कि सरकार को एक समझौते तक पहुंचना चाहिए। विपक्ष और सरकार दोनों को एक साथ बैठकर सदन चलाने में मदद करनी चाहिए। लोकतंत्र में सहयोग के साथ काम करना चाहिए।
राज्यसभा से निलंबित कांग्रेस के सांसद सैयद नासिर हुसैन ने कहा कि हम चाहते थे कि केवल निलंबन निरस्त न हो। बल्कि कृषि विधेयकों को भी वापस लिया जाए। इस पर सही तरीके से मतदान किया जाए। मगर ऐसा कुछ भी होने वाला नहीं है क्योंकि सभापति किसी की बात सुनने के लिए तैयार नहीं हैं। इसलिए सभी विपक्षी दलों ने शेष सत्र का बहिष्कार किया है। उन्होंने धरने पर बैठे सभी लोगों से इसे खत्म करने की अपील और बचे हुए सत्र का बहिष्कार करने में शामिल होने का कहा। इस तरह हमने यह धरना खत्म कर दिया है।
समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद राम गोपाल यादव ने कहा कि मैं संसद का एक वरिष्ठ सदस्य हूं। मैंने सदन में जो कुछ भी हुआ उसके लिए माफी मांगी है, लेकिन मुझे कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। मुझे यह बहुत अपमानजनक लगा। मेरी पार्टी ने पूरे सत्र का बहिष्कार करने का फैसला किया है।