उत्तर सरकार ने शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) प्रमाण पत्र की वैधता पांच वर्ष के स्थान पर आजीवन मान्य किये जाने का निर्णय लिया गया है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार विचारोपरान्त पूर्वव्यापी प्रभाव से 11 फरवरी, 2011 के उपरान्त शिक्षक पात्रता परीक्षा के उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्र की वैधता रिवैलीडेट करते हुए उसे पांच वर्ष के स्थान पर आजीवन मान्य कर दिया गया है।
इस संबंध में अग्रेतर कार्यवाही करने के निर्देश शासन द्वारा निदेशक, राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद, को दिये गये हैं।
बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा इस संबंध में आवश्यक निर्देश भी जारी कर दिये गये हैं।