उत्तर प्रदेश के उन्नाव में असोहा क्षेत्र मे दलित किशोरियों का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि शनिवार शाम बिहार क्षेत्र के सुमेरपुर में उस समय हड़कंप मच गया जब एक धीमी रफ्तार ट्रक से युवती को धक्का दे दिया गया।
सड़क पर गिरते ही युवती ने शोर मचाना शुरू कर दिया। आसपास मौजूद लोगों ने दौड़कर कर ट्रक चालक को दबोच लिया जबकि घायल लड़की को लेकर स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। यहां ट्रक चालक हाथ छुड़ाकर भाग निकला। मौके पर पहुंची पुलिस ने बताया कि किराये को लेकर हुयी बहस के बाद युवती को बीच सड़क पर उतारा गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार शाम लगभग पांच बजे बिहार बक्सर मार्ग पर बक्सर की ओर जा रहे एक ट्रक से पेट्रोल पंप के पास एक 22 वर्षीय युवती को रफ्तार धीमी कर ट्रक से नीचे फेंक दिया गया। गिरने के साथ ही युवती ने ट्रक चालक द्वारा अश्लीलता करने का आरोप लगाकर शोर मचाना शुरू कर दिया। शोरगुल सुनकर दौड़े स्थानीय लोगों ने ट्रक चालक को पकड़ लिया और घायल लड़की को लेकर स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया।
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युवती ने बताया कि वह अमेठी की रहने वाली है और कानपुर में बुनाई का काम करती है। युवती के अनुसार वह जायस से कानपुर जाने के लिए बैठी थी। रास्ते में ट्रक चालक व साथ बैठे एक अन्य युवक ने उसके साथ अश्लीलता शुरू कर दी। विरोध के चलते उसे ट्रक धीमा कर सुमेरपुर में फेंक दिया गया। इधर पुलिस के आने के पूर्व ही ट्रक चालक ग्रामीणों से हाथ छुड़ाकर भागने में सफल रहा।
पुलिस के पहुँचने के बाद युवती भी सामाजिक लोकलाज के भय से कोई कार्रवाई के बजाय घर जाने की बात कहती दिखी। वही संबंध में प्रभारी थाना निरीक्षक संतोष कुमार सिंह का कहना था कि युवती व ट्रक ड्राइवर के बीच किराए के लेनदेन को लेकर विवाद हुआ था। युवती द्वारा किसी तरह की कार्यवाही नहीं करायी गयी।