चीन में डॉक्टरों का दावा है कि हीटवेव के दौरान 10 मिनट में कथित तौर पर 1.5 लीटर कोल्ड ड्रिंक पीने की वजह से एक व्यक्ति की मौत हो गई।
हालांकि, मृतक के नाम का खुलासा नहीं किया गया है लेकिन बताया गया है कि उसकी उम्र 22 साल थी। डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, उस युवक ने गर्मी में खुद को ठंडा करने के लिए पूरी बोतल कोल्ड ड्रिक पी ली जिसके छह घंटे बाद उसे गंभीर पेट दर्द और सूजन की समस्या होने पर बीजिंग के चाओयांग अस्पताल लाया गया। उस वक्त युवक की हृदय गति भी बहुत तेज़ थी और ब्लड प्रेशर चिंताजनक रूप से निम्न स्तर पर पहुंच गया था। वो बहुत तेज़ी से सांस ले रहा था।
क्लिनिक और रिसर्च इन हेपेटोलॉजी एंड गैस्ट्रोएंटरोलॉजी जर्नल में मौत की जानकारी देने वाले डॉक्टरों ने बताया कि उसे तेजी से कोल्ड ड्रिंक पीना महंगा पड़ा क्योंकि यह शरीर में न्यूमेटोसिस का कारण बनता है। तुरंत ज्यादा कोल्ड ड्रिंक पीने की वजह से आदमी की आंतों में असामान्य गैस का निर्माण होता है।
डॉक्टरों का मानना है कि इससे युवक के सीने में ऑक्सीजन की आपूर्ति में कमी आई, जिससे हेपेटिक इस्किमिया (जिसे ‘लिवर शॉक’) हो गया, जिसके परिणामस्वरूप उसकी मौत हो गई। रिपोर्ट के प्रमुख लेखक कियांग हे ने कहा कि डॉक्टर ने ‘तुरंत’ गैस से राहत देने की कोशिश की और आदमी को दवा दी लेकिन 18 घंटे के इलाज के बाद उसकी मौत हो गई।
खाना बनाते समय गैस सिलेंडर फटने से दो घर हुए धराशायी, 14 लोग घायल
हालांकि, एक ब्रिटिश विशेषज्ञ ने चीनी डॉक्टरों की गवाही पर सवाल उठाया है और कहा इसकी बहुत कम संभावना है कि कोल्ड ड्रिंक पीने की वजह से युवक की मौत हुई।
यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के एक बायोकेमिस्ट प्रोफेसर नाथन डेविस ने डेली मेल को बताया कि “एक नियमित शीतल पेय के 1.5 लीटर पीने से मौत की संभावना बहुत कम है, मेरा मतलब है, यह आश्चर्यजनक और असंभव है।
उन्होंने कहा कि कोई भी ठोस निष्कर्ष निकालने के लिए अधिक जानकारी की आवश्यकता होगी, लेकिन अनुमान लगाया कि जीवाणु संक्रमण की वजह से ऐसा हो सकता है। उन्होंने समझाया कि “आमतौर पर इस प्रकार की स्थिति का कारण ये होता है कि आपके शरीर में बैक्टीरिया होता है जो सामान्य गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट से कहीं और चले जाते हैं। ऐसे मामले में इनका छोटी आंत की परत में जाना खतरनाक हो सकता है।