सदी की इस सबसे भयंकर महामारी से प्रत्येक व्यक्ति के जीवन व उसकी आजीविका को बचाना हमारा दायित्व है। इसके लिए हमें हरसंभव कोशिश करनी है। जनजागरुकता के चलते देश की सबसे बड़ी आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश ने काफी हद तक इसमें सफलता प्राप्त भी की है। यह बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेडिकल कॉलेज के निरीक्षण उपरांत पत्रकारों से व्यक्त किया। उन्होंने मण्डल में किए गए प्रयासों की सराहना भी की। कहा कि एक जून से सभी 75 जनपदों में 18 से 44 वर्ष के युवाओं को वैक्सीनेट किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के खिलाफ देश की जिस लड़ाई में प्रधानमंत्रीजी का नेतृत्व और मार्गदर्शन प्राप्त हो रहा है। देश की सबसे बड़ी आबादी का राज्य उत्तर प्रदेश, अपने जन प्रतिनिधियों, प्रशासनिक टीम, हेल्थ वर्कर्स, कोरोना वॉरियर्स और जनता जनार्दन के सहयोग से मजबूती से इस लड़ाई को लड़ रहा है, उसके परिणाम भी सामने आ रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के बारे में, कोरोना की दूसरी लहर के लिए कहा जाता था कि सबसे बड़ा समस्या ग्रस्त प्रदेश बन जायेगा। 25 अप्रैल से लेकर 10 मई के बीच उत्तर प्रदेश में एक लाख केस प्रतिदिन आयेंगे। उत्तर प्रदेश ने सफलता पूर्वक इसको फेस किया और समस्या नहीं आने दी। प्रदेश के अन्दर जो प्रतिदिन अधिकतम मामले आये थे, वह 24 अप्रैल को 38 हजार मामले थे। प्रदेश के अंदर जब पॉजिटिविटी ज्यादा थी और रिकवरी कम थी तब यहां पर सक्रिय मामलों की संख्या 3 लाख 10 हजार थी।
सबसे अधिक युवाओं को वैक्सीन लगाने वाला देश का पहला राज्य बना यूपी
आज प्रदेश के अंदर पॉजिटिव केस 38 हजार से घट कर 4 हजार रह गए हैं और एक्टिव केस 3 लाख 10 हजार के स्थान पर 84 हजार आ गयी है। हम लोगों ने पिछले 22 दिनों के अंदर 2 लाख 26 हजार से अधिक एक्टिव केस को रिकवर करके उन्हें सकुशल घर भेजा है। प्रदेश की रिकवरी इस समय 93 फीसदी से अधिक है। प्रदेश अब तक सर्वाधिक 4 करोड़ 67 लाख से अधिक टेस्ट वर्तमान तक कर चुका है। लेकिन पहली और दूसरी लहर में कुछ अंतर था। पहली वेब में हमें ऑक्सीजन की किल्लत नहीं हुई। लेकिन सैकेण्ड वेब में जितना अधिक संक्रमण था, उतनी तेजी के साथ ऑक्सीजन की आपूर्ति की मांग भी बढ़ी। एक प्रकार से क्राइसिस देखने को मिली।
उन्होंने कहा, हम आभारी हैं भारत सरकार के जिन्होंने हमें ऑक्सीजन एक्सप्रेस उपलब्ध करायी। वायुसेना के विमान उपलब्ध करवाए। हम लोगों ने जहां ऑक्सीजन उपलब्ध थी देश में ऑक्सीजन एक्सप्रेस के माध्यम से प्रदेश के अलग-अलग जनपदों में उपलब्ध करवाने का कार्य किया। आज भारत सरकार के सहयोग से राज्य सरकार और तमाम हमारी अन्य संस्थाएं मिलकर हर जनपद को ऑक्सीजन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने का भी कार्य कर रही हैं। अकेले इस कमिश्नरी में 15 नए ऑक्सीजन प्लांट लग रहे हैं। छह ऑक्सीजन प्लांट अकेले झांसी में लग रहे हैं।
दूसरी लहर से निपटने के साथ हमने तीसरी लहर की तैयारी भी की
मुख्यमंत्री ने कहा कि यही नहीं हमने थर्ड वेब की भी तैयारी की है। अभी से हर मेडिकल कॉलेज में आईसीयू निर्माण की कार्यवाही हमारी प्रारम्भ हो चुकी है। डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में भी, इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्र में सीएसएचसी में भी हम इसको फोकस कर रहे हैं। दूर दराज के लोगों को समस्या न होने पाए। इसको फोकस करते हुए अभी से अभियान को हम लोगों ने लिया है। इसीलिए मैं बुंदेलखंड के प्रवास पर आया हूं।
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बुंदेलखंड में भी मैंने झांसी, ललितपुर और जालौन की समीक्षा बैठक की है। टीम ने अच्छा करने का प्रयास किया है और उसमें पूरी टीम ने मिलकर इस अभियान को आगे बढ़ाया है। इसके परिणाम भी सामने आये हैं। जो पॉजिटिव रेट यहां पर थी उसमे काफी गिरावट आई है। यानि आप यदि देखेंगे कि यहां पर रिकवरी का जो रेट है वह काफी ज्यादा है। उसका परिणाम है कि जो अब एक्टिव केस हैं, पूरी कमिश्नरी में वह काफी कम हो गए हैं। निगरानी समितियों ने इस दिशा में बेहतर प्रयास किया है। डोर-टू-डोर सर्वे, स्क्रीनिंग लक्षणयुक्त व्यक्ति को मेडिसिन किट उपलब्ध कराना। आरआरटी की टीम वहां जाकर 24 घंटे के अंदर टेस्ट कर सकें।
उप्र ने बढ़ाई जांच की क्षमता
टेस्टिंग की क्षमता उत्तर प्रदेश ने बढ़ाई है। आज हमारे उत्तर प्रदेश में 3 लाख 17 हजार टेस्ट हुए हैं। अब तक का रिकॉर्ड टेस्ट है ये। जब कोविड का पहला पेशेंट आया था उत्तर प्रदेश का, पिछले वर्ष मार्च 2020 में तब उत्तर प्रदेश में एक भी टेस्ट नहीं होता था। आज हम एक दिन में 3 लाख 17 हजार टेस्ट करने की क्षमता विकसित कर चुके हैं। कोविड के बेड्स बढ़ाये जा रहे हैं। हर एक स्तर पर नए प्रयास हुए हैं।
हमारा प्रयास हर व्यक्ति के जीवन व जीविका को बचाना
हमारा प्रयास है हरेक व्यक्ति का जीवन अमूल्य है, उसको बचाना है और साथ साथ हर व्यक्ति की जीविका को भी बचाना है। हमने इसके लिए कोविड कर्फ्यू लगाया है। कोरोना कर्फ्यू सामान्य जन जीवन प्रभावित हुए बगैर हमारी कोविड संक्रमण की चेन को तोड़ने की जो नीति है उसको हम सफलतापूर्वक आगे बढ़ा रहे हैं। कोरोना कर्फ्यू को 31 मई सुबह 7 बजे तक हम लोगों ने बढ़ाया है। इसमें हमारी आवश्यक सेवाएं चल रही हैं। उद्योग चल रहे हैं, परिवहन निगम की बसें उत्तर प्रदेश में संचालित हो रहीं हैं। सब्जी मंडी, फल मंडी, गेहूं क्रय केंद्र ये सभी संचालित हो रहे हैं। सबमें कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने की व्यवस्था है।
जून-जुलाई व अगस्त में 15 करोड़ गरीब परिवारों को खाद्यान्न
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज के अन्तर्गत मई और जून में हर गरीब परिवार को 5 किग्रा प्रति व्यक्ति को देने की व्यवस्था की है। उप्र में जून जुलाई अगस्त में 15 करोड़ लोगों को खाद्यान्न देने की व्यवस्था करेगा। एक जून से उप्र सरकार ने व्यवस्था की है कि वैक्सीनेशन का कार्य निर्बाध आगे बढ़ सके। अब तक एक करोड़ 62 लाख को वैक्सीन दे चुके हैं।
18 से 44 के बीच के युवाओं को वैक्सीन देने की कार्यवाही युद्ध स्तर पर चल रही है। अब तक 18 से 44 के बीच 10 लाख से अधिक युवाओं को वैक्सीन दिया है। अभी तक कमिश्नरी मुख्यालय व कुल 23 जनपद इस कार्रवाई के लिए जुड़े थे। एक जून से 75 जनपदों में वैक्सीनेशन का कार्य शुरु करेंगे। हर यूथ को प्रेरित करते हुए कॉमन सेण्टर के माध्यम से यह कार्यक्रम हर ग्राम में आगे बढ़ सके, इसके लिए सभी प्रयासरत हैं। इस सदी की सबसे भयानक महामारी के खिलाफ केन्द्र व प्रदेश की सरकार पूरी ताकत के साथ खड़ी है।
… तो सदी की सबसे बड़ी महामारी पर होगी विजय
आप सबसे अपील है कि जनजागरण में आपकी बड़ी भूमिका है। पहली लहर से जो अपील की जा रही है कि 60 वर्ष से ज्यादा के लोग, 10 वर्ष से छोटी उम्र के बच्चे, गर्भवती महिलाएं व एक से अधिक बीमारियों से ग्रसित लोग घर से बाहर न निकलें। यदि हम जागरुक करते हुए वैक्सीन के कार्यक्रम के साथ जोड़ सकें तो निश्चत रुप से सदी की इस सबसे बड़ी महामारी पर सफलता पूर्वक विजय प्राप्त करेंगे।
गढ़मऊ व गांधीनगर गांव का किया निरीक्षण
मुख्यमंत्री ने गढ़मऊ व गांधीनगर गांव का निरीक्षण भी किया। हालांकि वहां की व्यवस्थाओं को देख उन्होंने संतोष जाहिर किया। यह अलग बात थी कि उनके गांव जाने की सूचना के बाद आज सुबह से ही वहां की तैयारी शुरु की गई थी। एक साथ उतरे प्रशासनिक अमले को देख गांव वाले भौचक्के थे।