मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित शिप्रा नदी के त्रिवेणी घाट क्षेत्र में कुछ दिनों से धमाके हो रहे हैं। ग्रामीणों की सूचना के बाद पीएचई के कर्मचारी को निगरानी के लिए तैनात किया गया था। शुक्रवार को फिर धमाके हुए तो कर्मचारी ने इसका वीडियो बना लिया और अधिकारियों को दिखाया। इस पर आला अधिकारी पहुंचे और मुआयना किया।
जांच के लिए भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (GSI) को बुलाया गया है। इधर, प्रशासन ने त्रिवेणी घाट क्षेत्र में श्रद्धालुओं की आवाजाही पर रोक लगा दी है।
कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि यह घटना कुछ दिनों से हो रही है। खास बात यह है कि ऐसा त्रिवेणी घाट क्षेत्र में ही हो रहा है। वीडियो को जांच के लिए भेजा गया है। घटना के पीछे क्या कारण हैं, यह अभी नहीं बताया जा सकता है। विशेषज्ञों से इसकी जांच करवा रहे हैं। पानी की भी टेस्टिंग करवाई जा रही है। जब तक सारी जांचें पूरी नहीं हो जातीं और धमाकों का कारण पता नहीं लग जाता, श्रद्धालुओं को त्रिवेणी घाट क्षेत्र में नहीं जाने दिया जाएगा।
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ग्रामीणों का कहना है कि धमाके की घटनाएं 10-12 दिनों से हो रही हैं। कुछ सेकंड में धमाके की आवाज सुनाई देती है और आग दिखती है। पानी भी उछलता हुआ दिखा। हालांकि शनिवार और रविवार को ऐसा नहीं हुआ।
भूगर्भ विज्ञानी डॉ. केएन सिंह की मानें तो जमीन के अंदर पेट्रोलियम और गैस भंडार के कारण धमाके जैसी घटनाएं होती हैं। हालांकि मालवा की धरती में ऐसे गुण अब तक तो नहीं दिखाई दिए हैं। भूगर्भीय हलचल से भी इंकार नहीं किया जा सकता है, फिर इसकी संभावना बहुत कम है। जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।