नई दिल्ली| वैश्विक महामारी कोविड-19 का अमेरिका और कई अन्य संपन्न देशों में प्रकोप फिर बढ़ने से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल में नरमी से घरेलू बाजार में पेट्रोल और डीजल के दामों में सोमवार को भी कोई घटबढ़ नहीं हुई। विश्व भर में कोविड-19 के मामले बढ़ रहे हैं।
इस कारण से कच्चे तेल की मांग काफी घट गई है और कच्चे तेल का दाम एक बार फिर से 40 डॉलर प्रति बैरल के नीचे आ गया। डीजल के दाम में अंतिम बार कटौती दो अक्टूबर को हुई थी, जबकि पेट्रोल की कीमत पिछले 33 दिन से स्थिर हैं। पेट्रोल की कीमत में आखिरी बार 22 सितंबर को 7 से 8 पैसे प्रति लीटर की गिरावट देखी गई।
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पेट्रोल व डीजल के दाम में एक्साइज ड्यूटी, डीलर कमीशन और अन्य चीजें जोड़ने के बाद इसका दाम लगभग दोगुना हो जाता है। विदेशी मुद्रा दरों के साथ अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड की कीमत के आधार पर रोज पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव होता है।
ऑयल मार्केटिंग कंपनियां कीमतों की समीक्षा के बाद रोज़ाना पेट्रोल और डीजल के रेट तय करती हैं। इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम रोज़ाना सुबह 6 बजे पेट्रोल और डीजल की दरों में संशोधन कर जारी करती हैं।