• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

उत्तराखंड में प्रतिभा की कमी नहीं, उसे आगे लाने की जरूरत: धर्मेन्द्र प्रधान

Writer D by Writer D
16/10/2022
in Main Slider, उत्तराखंड, राष्ट्रीय
0
Dharmendra Pradhan

Dharmendra Pradhan

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

देहारादून। केन्द्रीय शिक्षा मंत्री  धर्मेन्द्र प्रधान (Dharmendra Pradhan) एवं मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी (CM Dhami) ने रविवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में उच्च शिक्षा में शैक्षणिक सत्र 2022-23 के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 (National Education Policy-2020) का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत भी उपस्थित थे।

केन्द्रीय शिक्षा मंत्री  धर्मेन्द्र प्रधान (Dharmendra Pradhan) ने देश में सबसे पहले राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लागू करने के लिए उत्तराखण्ड सरकार को बधाई दी। उन्होंने कहा कि आज उत्तराखण्ड में उच्च शिक्षा में इसका शुभारम्भ किया गया है। बाल वाटिका से प्रारम्भिक शिक्षा में उत्तराखण्ड ने ही इसकी सबसे पहले शुरुआत की। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी एवं शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत को बधाई भी दी। उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड विद्वानों की भूमि है। इस देवभूमि से नई शिक्षा नीति के बेहतर क्रियान्वयन के लिए अभी अनेक विचार आयेंगे। अब प्रयास करने होंगे कि आने वाले समय में शत प्रतिशत बच्चे बाल वाटिकाओं में प्रवेश करें। उन्होंने कहा कि किसी भी देश एवं समाज का विकास बेहतर शिक्षा से ही हो सकता है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 मानवीय वन के सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर बनाई गई है। शिक्षा के साथ ही बच्चों के कौशल विकास, उनके व्यक्तित्व के विकास, भाषाई विकास एवं नैतिक मूल्यों पर विशेष ध्यान दिया गया है। शिक्षा व्यक्ति की आत्मनिर्भरता से जुड़ी हुई है।

केन्द्रीय शिक्षा मंत्री (Dharmendra Pradhan) ने कहा कि  राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत बच्चों को 03 साल से फार्मल एजुकेशन से जोड़ा जा रहा है। इसके तहत बाल वाटिका शुरू की गई है, बाल वाटिका में 03 साल सीखने के बाद बच्चा पहली कक्षा में प्रवेश करेगा, तब उसकी उम्र 06 साल होगी। बच्चों को नवजात से उनकी 21-22 साल की उम्र तक बेहतर एवं गुणात्मक शिक्षा के लिए उत्तराखण्ड में 40 लाख बच्चों का टारगेट लेकर आगे बढ़ना होगा। स्कूली शिक्षा, उच्च शिक्षा, तकनीकि शिक्षा,मेडिकल, पेरामेडिकल एवं अन्य को मिलाकर 35 लाख की व्यवस्था उत्तराखण्ड के पास पहले से ही है। उन्होंने कहा कि देश डिजिटल इंडिया की ओर ते से बढ़ा है। उच्च शिक्षा की दिशा में उत्तराखण्ड में जो नीति बन रही है, वह इस दिशा में बहुत बड़ा कदम है। प्रदेश के नौजवानों को विश्व की आवश्यकता के लिए तैयार कराना, यह उत्तराखण्ड के पास ताकत है।

National Education Policy-2020

मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी (CM Dhami) ने कहा कि राज्य में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लागू किए जाने के की दिशा में, उच्च शिक्षा विभाग द्वारा प्रभावी एवं चरणबद्ध रूप से सकारात्मक कदम बढ़ाए गए हैं। प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी  के नेतृत्व व मार्गदर्शन में तैयार की गई  नई शिक्षा नीति 21वीं सदी के नवीन, आधुनिक, सशक्त और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के नए आयाम खोलने वाली नीति है। इसे देश के ख्यातिलब्ध शिक्षाविदों द्वारा तैयार किया गया है और ये नए भारत की, नई उम्मीदों नई आवश्यकताओं की पूर्ति का सशक्त माध्यम है। यदि हम एक समृद्ध भविष्य चाहते हैं तो हमने अपने वर्तमान को सशक्त बनाना होगा, ठीक इसी प्रकार से यदि हम अपनी आने वाली पीढ़ी को और भी अधिक प्रतिभाशाली बनाना चाहते हैं तो हमें उसके बचपन और उसकी शिक्षा पर आज से कार्य करना होगा।

‘सेक्स कितनी बार करती हो, ब्रेस्ट का …’, रानी चटर्जी ने खोली साजिद खान की पोल

मुख्यमंत्री (CM Dhami) ने कहा कि भारत ने सम्पूर्ण विश्व को ज्ञान देने का कार्य किया है। हमारे नालंदा और तक्षशिला जैसे अद्वितीय शिक्षा मंदिर पूरी दुनिया में कहीं नहीं थे और यहां से ज्ञान अर्जित करने वालों ने संपूर्ण मानवजाति को एक नई राह दिखाई। हमारे देश में मेधा की कभी कोई कमी नहीं रही और एक से एक विद्वानों और शिक्षाविदों ने भारत की बौद्धिक संपदा को विस्तार दिया। लेकिन कालांतर में आए विदेशी आक्रांताओं और शासकों ने हमारी शिक्षा व्यवस्था पर ही सबसे अधिक चोट की और इसको तहस-नहस कर दिया। उस दौर में व्यवस्थाएं ऐसी बना दी गईं जिसके बाद से पढ़ाई का अर्थ और लक्ष्य केवल और केवल नौकरी पाने तक सीमित हो कर रह गया। उन्होंने कहा कि 2025 में राज्य स्थापना की रजत जयंती मनाई जायेगी। तब तक हम बेस्ट प्रैक्टिस के तौर पर क्या कर सकते हैं, जो देश के लिए आदर्श बने इस दिशा में सभी विभागों को ते से कार्य करने होंगे।

इस अवसर पर विधायक  उमेश शर्मा काऊ,  विनोद चमोली,  विनोद कण्डारी, मेयर  सुनील उनियाल गामा, सचिव  शैलेश बगोली, विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति, शिक्षा एवं उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

Tags: cm dhamidharmendra pradhannational education policy 2020National newsUttarakhand News
Previous Post

‘सेक्स कितनी बार करती हो, ब्रेस्ट का …’, रानी चटर्जी ने खोली साजिद खान की पोल

Next Post

आरोग्यधाम में आयुर्वेद पर्व एवं धन्वंतरि पर्व समारोह सोमवार से

Writer D

Writer D

Related Posts

Pudina Chole
Main Slider

लंच या डिनर में ट्राई करें इस राज्य की रेसिपी, फटाफट करें बनाने की तैयारी

15/11/2025
Rumali Roti with Veg Kabab
Main Slider

वीकेंड बनेगा स्पेशल, घर पर बनाएं ये स्ट्रीट फूड

15/11/2025
Saphala Ekadashi
Main Slider

क्यों खास है उत्पन्ना एकादशी, जानें धार्मिक महत्व

15/11/2025
birthday
Main Slider

रिश्तों के प्रति वफादार होते हैं नवंबर में जन्मे व्यक्ति

15/11/2025
Utpanna Ekadashi
Main Slider

उत्पन्ना एकादशी पर करें राशिनुसार ये उपाय, बरसेगी श्री हरि कृपा

15/11/2025
Next Post
Mahayogi Gorakhnath University

आरोग्यधाम में आयुर्वेद पर्व एवं धन्वंतरि पर्व समारोह सोमवार से

यह भी पढ़ें

पुंछ में आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश terrorist module

पुंछ में एक और आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश,हथियार, गोला बारूद और ग्रेनेड बरामद

03/01/2021

Realme ने दिया बड़ा झटका, इस स्मार्टफोन के साथ अब नहीं मिलेगा ये चीज

06/04/2022
सीएम योगी CM Yogi

बलरामपुर के युवाओं व महिला मंगल दल से सीएम योगी ने किया वर्चुअल संवाद

30/12/2020
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version