यूपी के मुरादाबाद शहर में विद्युयत विभाग की एक बड़ी लापरवाही सामने आई हैं। कटघर थानाक्षेत्र की कबीर नगर कॉलोनी में पांच घरों के मीटर खराब हैं। फिर भी मीटर रीडर धड़ल्ले से इन खराब मीटरों से बिलिंग किए जा रहे है। जिन मीटरों में कुछ दिखाई ही नहीं देता उनकी रीडिंग मीटर रीडर कैसे पढ़ रहे हैं, इसके पीछे का राज तो वे ही जानते हैं।
नागिन फेम मौनी रॉय ने ट्रेडिशनल लुक में जीता फैंस का दिल
कटघर थानाक्षेत्र की कबीर नगर कॉलोनी में पांच घरों के मीटर खराब हैं। इनमें रीडिंग देख पाना असंभव है। उपभोक्ताओं का कहना है कि मीटर रीडर छह महीने से भी अधिक समय से इन्हीं मीटरों से बिल निकाल कर दे रहे हैं। जबकि विद्युत विभाग के नियमानुसार मीटर के नो डिस्प्ले होने पर मीटर रीडर को तुरंत उपखंड कार्यालय को सूचित करना चाहिए, जिससे मीटर बदला जा सके, लेकिन यहां कहानी उल्टी है।
वेंकैया नायडू के बाद अब मोहन भागवत के ट्विटर अकाउंट से हटा ब्लू टिक
उपभोक्ताओं का कहना है कि उन्होंने तंग आकर खुद अपने मीटर को बदलवाने के लिए प्रार्थनापत्र दिया। इसके बाद भी खराब मीटर नहीं बदले गए। कबीर नगर कॉलोनी की विद्युत सप्लाई दलपतपुर बिजलीघर से हो रही है। लोगों का कहना है कि वहां के एसडीओ को इस मामले के विषय में अवगत कराया जा चुका है, लेकिन उन्होंने भी कोई ध्यान नहीं दिया।
जल्द ही अपने रिश्ते से पर्दा हटा देंगे विक्की और कैटरीना
इसी प्रकार एक मामला लाइनपार एकता कॉलोनी में रेखा देवी के घर का है। उनका कहना है कि मीटर तीन महीने से खराब है। एक बार मीटर रीडर ने कहा था कि यदि अगली बार ठीक नहीं दिखा तो बदलवा देंगे, लेकिन अब तक नहीं बदलवाया। वहीं, कबीर नगर कॉलोनी में चांद बी, नन्हे खां, आसमां समेत पांच उपभोक्ताओं के मीटर में खराबी है।
अभिनेत्री अनीता हसनंदानी आई पर्ल वी पुरी के सपोर्ट में, बोलीं
उपभोक्ताओं को डर है कि कहीं मीटर में रीडिंग स्टोर न हो रही हों और किसी महीने हजारों रुपये का बिल न आ जाए। दो उपभोक्ताओं ने इस असमंजस की स्थिति के कारण पिछले चार महीने से बिल जमा नहीं किया है। उनका कहना है कि जब तक मीटर ठीक नहीं हो जाता, तब तक वे बिल जमा नहीं करेंगे।
राम मंदिर निर्माण और मस्जिद के लिए चौकीदार ने दिया एक माह का वेतन
कबीर नगर कॉलोनी के अलावा कुछ अन्य स्थानों से भी मीटर के डिस्प्ले खराब होने की शिकायत मिली है। उन्हें बदलवाया जा रहा है। यदि मीटर रीडर जानबूझकर कई महीनों से नो डिस्प्ले मीटरों से बिल निकाल रहे हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। संबंधित उपखंड अधिकारी से भी इस विषय में जवाब मांगा जाएगा।