उत्तर प्रदेश सरकार किसानों के लिए पर्याप्त मात्रा में उर्वरक उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध और प्रदेश में पर्याप्त मात्रा में उर्वरक का स्टाक उपलब्ध है।
प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही आज यहां विभाग के अधिकारियों एवं खाद निर्माता कम्पनियों के साथ बैठक में प्रदेश में उर्वरकों की उपलब्धता एवं वितरण के सम्बन्ध में समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा है कि प्रदेश के सभी जिलो में रासायनिक खाद यूरिया, डीएपी तथा एनपीके पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। कहीं भी यूरिया खाद की कोई कमी नहीं है।
उन्होंने कहा कि उर्वरक निर्माता कम्पनियां आवंटित लक्ष्य के सापेक्ष अवशेष यूरिया की शीघ्र आपूर्ति सुनिश्चित करायें। प्रदेश के जिन जिलो में निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष उर्वरकों की उपलब्धता कम है, वहां प्राथमिकता के आधार पर आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। किसी भी जनपद में उर्वरक की कमी के कारण कोई कठिनाई नहीं होनी चाहिए।
कृषि मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार किसानों को पर्याप्त मात्रा में उर्वरक उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है तथा इसीके दृष्टिगत किसानों को उर्वरक की उपलब्धता भी सुनिश्चित करा रही है। उन्होंने उर्वरक निर्माता कम्पनियों को निर्देशित करते हुये कहा कि वे प्राथमिकता के आधार पर शीघ्र साधन सहकारी समितियों को उर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित करायें।
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बैठक में बताया गया कि माह अगस्त माह के लिए निर्धारित लक्ष्य 35.50 लाख मीट्रिक टन के सापेक्ष अब तक 30.61 लाख टन यूरिया की उपलब्धता सुनिश्चित की जा चुकी है। कुल उपलब्ध यूरिया के सापेक्ष खरीफ सीजन 2021 में अब तक 20.09 लाख टन यूरिया का वितरण किया जा चुका है और 10.41 लाख टन यूरिया अवशेष है। इसके अतिरिक्त 4.74 लाख मी टन डीएपी तथा 1.91 लाख टन एन पी के खाद की उपलब्धता है। इस प्रकार प्रदेश में कहीं भी उर्वरक की कोई कमी नहीं है।
श्री शाही ने कहा कि यदि कोई उर्वरक डीलर खाद विक्रेताओं को यूरिया के साथ किसी अन्य सामग्री या उर्वरक की खरीद के लिए बाध्य करेगा तो सम्बन्धित डीलर के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जायेगी और यदि आवश्यकता पड़ी तो उसका लाइसेन्स भी निरस्त किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि उर्वरक एवं खाद वितरण में पूर्ण पारदर्शिता रखी जाये, किसी भी प्रकार की अनियमितता पाये जाने पर सम्बन्धित के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जायेगी। उन्होंने विशेष सचिव सहकारिता को निर्देशित करते हुये कहा कि सहकारी समितियों पर कर्मचारी की उपस्थिति के सम्बन्ध में तिथि व समय अंकित करते हुये सूचना चस्पा करायी जाए, ताकि जानकारी के अभाव में उर्वरक क्रेताओं की भीड़ एकत्रित न होने पाए।
बैठक में कृषि राज्य मंत्री लाखन सिंह राजपूत, अपर मुख्य सचिव कृषि, डा0 देवेश चतुर्वेदी, विशेष सचिव सहकारिता मासूम अली सरवर तथा संयुक्त निदेशक फर्टिलाइजर सहित कृभको, इफ्को, कानपुर फर्टिलाइजर, जीएसएफसी, चम्बल फर्टिलाइजर, एनएफएल, आरसीएफ लि0, कोरोमण्डल आदि कम्पनियों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।