लखनऊ। आप लोग यह बात भूल जाइए कि हम बड़े लोगों के साथ बैठे हैं तो खराब बातों कैसे कहें। वर्कशाप का मतलब है, हम कमियों को खुलकर कह सकें, तभी इसका कोई अर्थ निकल सकेगा। वर्कशाप का मतलब ही होता है, जो बिगड़ा हुआ है, उसे ठीक किया जा सके। यह हम सभी को मानना चाहिए कि कहीं न कहीं कमियां हैं, उसे ठीक करना है। ये बातें प्रदेश के ऊर्जा एवं नगर विकास मंत्री एके शर्मा (AK Sharma) ने कही। वे यूपी पावर कारपोरेशन द्वारा आयोजित कान्क्लेव में बुधवार को बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि पौराणिक काल से ही हम जानते हैं कि पूरे ब्राह्मांण में ऊर्जा ही है। जब मानव सभ्यता का मशीनीकरण हुआ, उसका भी मूल में ऊर्जा ही है। ऊर्जा का कोई विकल्प नहीं है। ऊर्जा न रहे तो कुछ भी नहीं हो सकता। राजनीति में भी पानी, बिजली, सड़क जरूरी काम है। यदि यह नहीं है तो माना जाता है कि सरकार सही से काम नहीं कर रही है। बिजली के बिना जीवन असंभव सा हो जाता है।
ऊर्जा मंत्री (AK Sharma) ने कहा कि यदि बिजली नहीं आ रहा है तो उपभोक्ताओं के गुस्से को सहना पड़ेगा। हम भी सहन करते हैं। बिजली में सुधार करना जरूरी है। यदि किसी कारण से गड़बड़ी आयी तो उपभोक्ता उसके कारण पर नहीं जाना चाहता। वह बिल देता है, उसके बदले उसको बेहतर सुविधा मिलनी चाहिए।
स्टार्टअप से दौड़ेगी निवेश और रोजगार की गाड़ी
एके शर्मा (AK Sharma) ने कहा कि झुलते तार दिखना बहुत ही घातक है। उससे जल्द निजात पाना जरूरी है। उसको ठीक करने के लिए हम सब दिन रात लगे हुए हैं लेकिन अभी और मेहनत की जरूरत है। हमें चाहिए कि हम आधुनिक तकनीकों से जल्द से जल्द जुड़ें। इसके साथ ही हम सभी को काम के प्रति सक्रियता बढ़ानी होगी।