लखनऊ। बरसात में नगरों की साफ-सफाई, सुन्दरता व जन-सुविधाओं को और बढ़ाने के लिए 14 से 21 जुलाई, 2023 तक प्रदेश के सभी 762 निकायों में नगर सफाई महाअभियान चलाया जा रहा है। इसके लिए विस्तृत दिशा-निर्देश दिये गये हैं, जिससे कि सफाई कार्यों में कहीं पर भी ढिलाई न हो। नगर सफाई महाअभियान में सभी निकाय अधिकारियों/कर्मचारियों के कार्य दायित्वों का निर्धारण किया गया है। साथ ही सभी नगर निगमों के महापौर, नगर पालिका परिषदों/नगर पंचायतों के अध्यक्ष, पार्षदों की सहभागिता सुनिश्चित करने तथा क्षेत्रीय सांसदों और विधायकों के साथ अन्य जन-प्रतिनिधियों को भी इस अभियान में शामिल होने का अनुरोध किया गया है। जन सहभागिता को भी बढ़ाने के लिए भी निर्देशित किया गया है जिससे कि 22 जुलाई, 2023 को वृक्षारोपण महाअभियान के दौरान निकायों में वृक्षारोपण के लिए साफ-सुथरी जगह मिल सके और वृक्षारोपण अभियान के बाद सभी निकायों में हरियाली दिखे इसके पूरे प्रयास किये गये हैं।
नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए0के0 शर्मा (AK Sharma) ने निर्देशित किया है कि निकाय स्तर पर सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक पार्षद द्वारा अपने वार्ड में अभियान का नेतृत्व स्वयं किया जाय। सभी निकाय अधिकारी एवं कर्मचारी प्रत्येक मोहल्लों/वार्डों की सड़कों व गलियों की सफाई हेतु कूड़ा गाड़ी, मशीन एवं अन्य उपकरणों के साथ सफाईकर्मी उपलब्ध करायें। शहर के मुख्य बाजारों, सार्वजनिक स्थलों, बस व रेलवे स्टेशनों, पर्यटन स्थलों की दैनिक साफ-सफाई एवं कूड़ा उठान पर विशेष ध्यान दिया जाय। सड़कों के किनारे उगी घास एवं वनस्पतियों को हटाया जाय। शहरों के सभी नाले-नालियों की नियमित साफ-सफाई सुनिश्चित करायी जायेगी और निकले सिल्ट को भी हटाया जाय।
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उन्होंने (AK Sharma) कहा कि लोगों को संक्रामक रोगों एवं मच्छर जनित बीमारियों से बचाने के लिए एन्टी लार्वा का छिड़काव एवं फॉगिंग करायें। श्रावण मास में कांवड़ यात्रा मार्गों एवं कांवड़ियों के शिविरों पर भी नियमित साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित करायी जाय। उन्होंने सफाई अभियान के कार्यों का पर्यवेक्षण करने के लिए निकाय निदेशालय में डीसीसीसी के तहत स्थापित कन्ट्रोल रूम से मॉनीटरिंग करने तथा टोल फ्री नं0-1533 पर आयी शिकायतों का तत्काल निस्तारण के लिए निर्देशित किया है।
वर्ष 2023-24 के वृक्षारोपण महाअभियान में प्रदेश में 35 करोड़ पौधरोपण किया जाना है। जिसमें से 35 लाख पौधरोपण निकायों द्वारा किया जायेगा। सभी निकायों में क्षेत्रफल के अनुपात में पौधरोपण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। पौधरोपण के लिए साफ-सुथरा स्थान मिले जैसे कि वृक्षों में भी नारायण का वास होता है, इसी भावना से सभी निकायों में एक सप्ताह का सफाई अभियान चलाया गया है। इस दौरान कूड़ा-कचरा एवं गन्दे स्थलों तथा जलभराव वाले स्थानों को साफ कर वहां पर थीम आधारित वृक्षारोपण किया जायेगा, जिसमें नौग्रह वाटिका, नक्षत्र वन, राशि वन, धार्मिक एवं पौराणिक व ख्याति प्राप्त स्थलों के नाम पर थीम प्लांटेशन किया जायेगा। ज्यादा आकर्षक दिखने के लिए एक ही प्रकार के फूलदार व फलदार पौधों का भी रोपण किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि निकाय अधिकारियों को पूरी तरह से सचेत किया गया है कि पौधों को सिर्फ रोपना ही नहीं, बल्कि उनका पूर्ण संरक्षण भी किया जाना है, इसके लिए सभी निकायों में स्थानों, पार्कों, अमृत सरोवरों, उद्यानों, बगीचों में स्थलों के चिन्हांकन पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिये गये हैं जिससे कि वृक्षारोपण के दौरान पौधों की गिनती के बजाय स्थलों की गणना की जाय और जीपीएस के माध्यम से जियो टैग भी किया जाय।