लखनऊ में बढ़ रहा है डेंगू का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। हर रोज डेंगू पॉजिटिव मरीज मिल रहे है और अब आलम यह है कि 700 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में डेंगू और बुखार के मरीजों का तांता लगा हुआ है। डेंगू के इलाज और बचाव में होम्योपैथी दवा ‘यूपेटोरियम परफोलिएटम’ बेहद कारगर साबित हो रही है। होम्योपैथी विशेषज्ञ डॉ.एन के पाठक से जानते है कि डेंगू के डंक से बचाव और इलाज में होम्योपैथी की दवाओं का कितना असर है।
डेंगू बुखार के अगर लक्षणों की बात की जाए तो तेज़ बुखार, आंखों में जलन, हड्डियों का दर्द मुख्य तौर पर होता है।चिकित्सकों के अनुसार डेंगू के इलाज में यूपेटोरियम परफोलिएटम नाम की दवाई राम बाण साबित हो रही है। इतना ही नही इस दवाई के सेवन से प्लेटलेट्स बढ़ाने में भी काफी मदद मिल रही है।
डेंगू से बचाव के लिए यूपेटोरियम परफोलिएटम दवा की सिर्फ चार डोज काफी है। एक खुराक में 4-6 गोलियां लेनी पड़ती हैं। बच्चे और बड़ों के लिए खुराक की डोज में कोई अंतर नहीं है।
योगी सरकार ने फिर किए 10 IAS अफसरों का ट्रांसफर, बदले इतने जिलों के DM
होम्योपैथी में डेंगू के इलाज और प्लेटलेट्स बढ़ाने वाली दवा मौजूद है। यूपेटोरियम परफोलिएटम डेंगू होने से पहले भी ली जा सकती है। डेंगू होने के बाद भी यह दवा मरीजों को दी जा रही है। प्लेटलेट्स बढ़ाने के लिए कैरिका पपाया, जलसियम और टीनस फोरा कार्डिफोलिया दवाएं भी सहायक हैं।