धर्म डेस्क। हिंदू धर्म में नवरात्र का बहुत अधिक महत्व है। इस बार शारदीय नवरात्रि नवरात्र 17 अक्टूबर से शुरू हो रहे हैं। नवरात्रि शुरू होने से पहले कोरोना वायरस को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने कुछ गाइडलाइंस जारी किए। ये गाइडलाइंस महाराष्ट्र के गृहमंत्रालय द्वारा जारी किए गए हैं। जानें क्या है ये गाइडलाइंस…
- नवरात्र उत्सव/दुर्गा पूजा/दशहरा सीधे साधे तरीके से मनाएं
- नवरात्रि उत्सव मंडल स्थानीय प्रशासन और महानगरपालिका से परमिशन ले
- पंडाल मर्यादित रहें
- सीधे साधे तरीके से दुर्गा पूजा नवरात्रि घर और सार्वजनिक स्तर पर मनाएं
- सार्वजनिक पंडालों में मूर्ति 4 फीट घर की मूर्ति 2 फीट तक रहे
- मूर्ति घर पर मुख्यतः धातु की इस्तेमाल करें, मूर्ति का विसर्जन अपने परिसर में किया जाए, सार्वजनिक पंडालों में स्थापित मूर्ति सार्वजनिक स्थलों पर विसर्जन करेें
- सार्वजनिक पंडालों में भीड़ न हो इस पर ध्यान दें
- गरबा,दांडिया और अन्य सांकृतिक कार्यक्रमों का आयोजन न करें ,इसके अलावा स्वास्थ्य संबंधी बातों का आयोजन करें
- आरती भजन कीर्तन और धार्मिक आयोजनों के वक्त ज्यादा भीड़ न हो इस बात का ध्यान दें, ध्वनि प्रदूषण नियंत्रित रखा जाए
- देवी दर्शन की सुविधा ऑनलाइन, केबल नेटवर्क, फेसबुक वेबसाइट के माध्यम से उपलब्ध की जाए
- देवी के पंडाल में सैनिटाइजेशन, थर्मल स्क्रीनिंग, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाए, मास्क का इस्तेमाल हो
- देवी की प्रतिमा का आगमन/विसर्जन की यात्रा न निकाली जाए
- पंडाल में 5 से ज्यादा व्यक्ति, खाद्य और पेय पदार्थ वर्जित है
- विसर्जन के दिन घर/पंडाल का क्षेत्र अगर कंटेन्मेंट झोन रहा तो सार्वजनिक स्थलों पर विसर्जन के लिए रोक रहेगी
- दशहरे के दिन रावण दहन प्रतीकात्मक रूप से सभी नियमों का पालन करते हुए किया जाए,रावण दहन के वक्त कम से कम लोग जुटे, ऑनलाइन रावण दहन का प्रक्षेपण करें।