यूपी सरकार द्वारा तय शुल्क से ज्यादा मरीजों से वसूली पकडे जाने पर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 3 अस्पतालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश हो गए हैं। इनमें जेपी हॉस्पिटल, मैक्वेल हॉस्पिटल व देविना हॉस्पिटल के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने का आदेश दिया गया है। इन अस्पतालों में मरीजों से सरकार द्वारा तय शुल्क से अधिक बिल वसूला जाता था।
जिला प्रभारी रौशन जैकब ने दो और टीमों के साथ तीनों अस्पतालों की जांच की। इसमें कुर्सी रोड स्थिति जेपी हॉस्पिटल, गोमती नगर स्थित मैक्वेल हॉस्पिटल और फैजाबाद रोड स्थित देविना हॉस्पिटल में जांच की गई।
पता चला कि एक अस्पताल तो एक दिन का एक लाख रुपए से ज्यादा मरीजों से वसूल रहा था। तीनों के खिलाफ महामारी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए गए। इसके साथ ही इन अस्पतालों में मरीजों की सीधी भर्ती भी रोक दी गई है। अब सिर्फ आईसीसीसी से भर्ती की जाएगी। यानी अब यहां सिर्फ कमांड सेंटर के निर्देश पर ही मरीजों की भर्ती की जाएगी।
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जांच के दौरान टीम ने मैक्वेल अस्पताल में एक बिल में 86000 रुपए और दूसरे में 38 हजार की वसूली पकड़ी। वहीं नियमानुसार शासन ने अधिकतम 18 हजार रुपए की दर तय की है। इसमें ऑक्सीजन से लेकर वेंटिलेटर, पीपीई किट, दस्ताने, दवाइयां आदि का खर्च शामिल है।
यही नहीं टीम को एक मरीज ऐसे भी मिली, जिससे एक दिन में एक लाख 10 हजार रुपए दवाओं के नाम पर और 56 हजार रुपए इलाज के नाम पर वसूले गए।