शनि (Shani) का नाम लोगों की जुबान पर आते ही वे डरने लगते हैं क्योंकि शनि को क्रूर ग्रह माना गया है. सभी ग्रहों में शनि की सबसे धीमी गति से चलने वाले ग्रह होते हैं. यह किसी एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करने के लिए करीब ढाई साल का समय लगाते हैं. शनि की चाल बदलने पर कुछ राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या शुरू हो जाती है तो कुछ से उतरती भी है. शनि ग्रह के बारे में ऐसा कहा जाता है कि शनि (Shani Dev) अगर किसी व्यक्ति पर प्रसन्न हो जाए या फिर किसी जातक की कुंडली के अच्छे भाव में आकर विराजमान हो जाएं तो वे उस व्यक्ति को रातोरात राजा बना देते हैं. व्यक्ति को जीवन की हर एक खुशियां और ऐशोआराम की प्राप्ति होने लगती है. लेकिन वहीं अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि अशुभ स्थान पर आ जाएं तो व्यक्ति हर तरह की परेशानियां झेलनी पड़ती है.
दरअसल वैदिक ज्योतिष शास्त्र में शनिदेव (Shani Dev) को न्याय का देवता और कर्मफलदाता माना गया है. यह व्यक्तियों को उनके द्वारा किए गए कर्मों के आधार पर ही शुभ या अशुभ फल प्रदान करते हैं. वैदिक ज्योतिष शास्त्र में सभी 12 राशियों में कुछ ऐसी राशियां होती है जिन पर शनि देव हमेशा ही प्रसन्न रहते हैं और इन राशि वालों को ज्यादा शनि देव के कष्टों को नहीं झेलना पड़ता है. आइए जानते हैं वे कौन-कौन सी राशियां होती हैं जिन पर हमेशा शनिदेव (Shani Dev) का आशीर्वाद बना रहता है.
तुला राशि
शनिदेव जिन राशियों पर हमेशा अपनी शुभ दृष्टि डालते हैं उनमें से एक तुला राशि होती है। वैदिक ज्योतिष शास्त्र की गणना के अनुसार तुला राशि के लोगों पर शनि देव हमेशा अपनी कृपा दृष्टि रखते हैं. तुला राशि शनि देव की उच्च राशि होती है यानी इस राशि पर शनिदेव का सबसे शुभ प्रभाव पड़ता है. शनिदेव की कृपा रहने कारण इन राशि वालों का जीवन हमेशा ही सुख और समृद्धि से बीतता है. भाग्य का अच्छा साथ मिलता है जिससे कठिन से कठिन काम में इन्हें सफलता मिल जाती है. इस राशि के लोग बहुत ही ईमानदार, दूसरों की सहायता करने वाले और मेहनती होते हैं. ये काफी प्रतिभाशाली और ऊर्जा से लबरेज रहने वाले लोग होते हैं.
मकर राशि
शनिदेव की तुला राशि के लोगों के बाद सबसे ज्यादा शुभ प्रभाव और कृपा मकर राशि के जातकों के ऊपर रहती है. मकर राशि के स्वामी शनिदेव होते हैं यानी इस राशि पर शनिदेव का अधिपत्य हासिल है. शनि देव की स्वयं की राशि होने के कारण शनिदेव इन राशि वालों पर ज्यादा बुरा प्रभाव नहीं डालते हैं. मकर राशि शनिदेव की राशि होने के कारण यह ज्यादा समय तक बुरे प्रभाव में नहीं रहते हैं. मकर राशि के लोग स्वभाव से उत्साही,मेहनती और जुनूनी होते हैं.
कुंभ राशि
मकर राशि की तरह कुंभ राशि के स्वामी ग्रह भी शनिदेव होते हैं. यह राशि में शनिदेव की प्रिय राशियों में से एक होती है. शनिदेव की कृपा इस राशि पर भी रहती है जिससे इनके जीवन में कभी भी आर्थिक संकट का सामना नहीं करना पड़ता है. जिन लोगों की राशियां कुंभ होती हैं वे अपने कम प्रयासों में बड़ी से बड़ी सफलता को हासिल करने में कामयाब हो जाते हैं. इन राशि वालों के जीवन में धन अचानक से प्राप्त होता है जिसके कारण इन्हें हर तरह का सुख प्राप्त होता है.