चाणक्य नीति शास्त्र बेहद उपयोगी ग्रंथ है। इसमें आचार्य चाणक्य के द्वारा बताई गई नीतियां हमेशा मनुष्यों को सफलता की ओर प्रेरित करती हैं। आचार्य चाणक्य ने अपनी नीति में यह बताया है कि अगर किसी व्यक्ति के अंदर ये छह गुण होते हैं तो वह आर्थिक, सामाजिक और राजनितिक रूप से बेहद सफल होता है। आइए जानते हैं चाणक्य नीति के अनुसार ये 6 गुण कौन-कौन से हैं।
चाणक्य नीति के अनुसार मंदिर में दान करने से ईश्वरीय कृपा बरसती है और धन देने वाले व्यक्ति की आर्थिक स्थिति मजबूत होती है। इसके साथ ही समय-समय पर मंदिर में धन देने वाले व्यक्ति के घर कभी दरिद्रता नहीं आती है।
बुरी आदतें व्यक्ति को हमेशा बुरे परिणाम की ओर ले जाती हैं। इसलिए चाणक्य नीति में आचार्य चाणक्य ये कहते हैं कि व्यक्ति को हमेशा गलत आदतों से दूरी बनाकर रखनी चाहिए। गलत आदतें व्यक्ति को कभी भी सफल और धनवान नहीं बनने देती हैं।
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि धन व्यक्ति के आत्मविश्वास में वृद्धि करता है। धन को आवश्यकता के आधार पर ही खर्च करना चाहिए। इसके साथ ही भविष्य के लिए हमेशा धन की बचत करनी चाहिए। थोड़ी-थोड़ी मात्रा में निवेश करके भी धन को सुरक्षित रखा जा सकता है।
चाणक्य नीति के अनुसार, विनम्र स्वभाव के व्यक्ति जल्दी सफलता हासिल करते हैं। दरअसल, व्यक्ति का दूसरों के साथ कैसा बर्ताव है, यह भी उसकी सफलता को तय करता है। ऐसे में व्यक्ति को व्यवहार को लेकर बड़ा ही सतर्क और सजग रहना चाहिए।
जो व्यक्ति किसी लालच या स्वार्थ के कारण अपना स्वभाव नहीं बदलते हैं ऐसे व्यक्ति कभी भी गरीब नहीं होते हैं। ऐसे लोग न केवल दिल से अमीर होते हैं बल्कि मां लक्ष्मी की भी विशेष कृपा इन पर बरसती है। इंसान को कभी भी स्वार्थ के लिए अपना स्वभाव नहीं बदलना चाहिए। व्यक्ति को हर इंसान के साथ समान आचरण और बर्ताव करना चाहिए।