नई दिल्ली| नौकरीपेशा लोगों के लिए भविष्य निधि (पीएफ) का पैसे बहुत मायने रखता है। यह सिर्फ उनकी बचत ही नहीं, बल्कि रिटायरमेंट के लिए मिलने वाली एक पूंजी होती है। देश में कर्मचारी भविष्य निधि संगठन सभी कर्मचारियों को पीएफ की सुविधा प्रदान करता है।
इसके लिए, कर्मचारी के वेतन में से एक छोटा सा हिस्सा पीएफ एकाउंट में जमा करने के लिए काटा जाता है। हालांकि, पीएफ खाते से जुड़े कई अन्य फायदे भी हैं, जो पीएफ खाताधारकों को मिलते हैं। ईपीएफ से जुड़ी कई फायदे जिसके बारे में ज्यादातर लोगों को जानकारी नहीं होती है हम आपको बता रहे हैं।
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किसी भी व्यक्ति को नौकरी लगने के बाद उसका पीएफ खाता खोला जाता है। जैसे ही कर्मचारी का पीएफ खाता खुलता है, तब वह बाई-डिफॉल्ट बीमित भी हो जाता है। कर्मचारी डिपोजिट लिंक्ड इंश्योरेंस स्कीम (ईडीएलआई) के तहत कर्मचारी का छह लाख रुपये तक का बीमा होता है। ईपीएफओ के सक्रिय सदस्य की सर्विस अविध के दौरान मृत्यु होने पर उसके नामित या कानूनी वारिस को छह लाख रुपये तक का भुगतान किया जाता है। यह लाभ कंपनियां और केंद्र सरकार अपने कर्मचारियों को उपलब्ध कराती हैं।
नौकरीपेशा वर्ग के लिए ईपीएफ कर बचाने का एक बेहतरीन जरिया है। आयकर की धारा 80सी के तहत ईपीएफ में जमा 1.5 लाख रुपये पर आयकर छूट प्राप्त होता है। ईपीएफ खाताधारक अपनी सैलरी पर बनने वाले टैक्स में 12 प्रतिशत तक की बचत कर सकते हैं। हालांकि, यह लाभ नए टैक्स कानून में बंद कर दिया गया है पुरानी कर व्यवस्था का चयन कर इस लाभ का फायदा अभी भी उठा सकते हैं।