हिंदू धर्म के अनुसार सप्ताह का हर दिन किसी ना किसी देवी-देवता को समर्पित हैं। आज शुक्रवार का दिन हैं जो कि महालक्ष्मी (Maa Lakshmi) की पूजा के लिए खास माना जाता है। आज के दिन विधि-विधान से मां लक्ष्मी की आराधना करने से जीवन के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। मां महालक्ष्मी (Maa Lakshmi) के आशीर्वाद से आपका जीवन संवर सकता हैं और जीवन में आ रही बाधाओं से निजात मिलती हैं। आज इस कड़ी में हम आपको शुक्रवार के दिन किए जाने वाले कुछ ऐसे उपायों की जानकारी देने जा रहे हैं जिनसे मां लक्ष्मी की कृपा तो बरसती ही है, लेकिन इसी के साथ ही शुक्र गृह की स्थिति अच्छी हो जाती है और शुभता का संचार होता हैं। आइए जानते हैं शुक्रवार को किए जाने वाले इन उपायों के बारे मे…
मां लक्ष्मी (Maa Lakshmi) को प्रसन्न करने के लिए
इसके लिए सबसे पहले मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करें और उसके बाद लक्ष्मी स्त्रोत, श्री सूक्त या फिर कनकधारा स्तोत्र का पाठ करें। धन संचय करने के लिए मां लक्ष्मी के इन चमत्कारिक पाठ करने से अच्छा लाभ प्राप्त होता है। धन के अभाव को दूर करने के लिए यह सबसे शक्तिशाली उपाय माना गया है। साथ ही मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है और जीवन में वैभव की प्राप्ति होती है।
काम में सफलता के लिए
अगर आप किसी महत्वपूर्ण डील के लिए आज कहीं बाहर जा रहे हैं और आप उसमें अपनी सफलता सुनिश्चित करना चाहते हैं तो उसके लिए आज आपको घर से बाहर जाते समय पहले लक्ष्मी मां को प्रणाम करना चाहिए, उनका आशीर्वाद लेना चाहिए। उसके बाद थोड़ा-सा दही-चीनी खाकर, पानी पीकर घर के बाहर जाना चाहिए।
स्वास्थ्य अच्छा बनाये रखने के लिए
इसके लिए आज आपको देवी लक्ष्मी के मन्दिर में शंख चढ़ाना चाहिए। साथ ही देवी मां को घी और मखाने का भोग लगाना चाहिए और उनके आगे हाथ जोड़कर अपने अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना करनी चाहिए।
सौभाग्य में बढ़ोतरी के लिए
इसके लिए आज एक रुपये का सिक्का लें और उसे अपने मन्दिर में मां लक्ष्मी के आगे रख दें । अब सबसे पहले मां लक्ष्मी की उचित प्रकार से पूजा-अर्चना करें। फिर उस सिक्के की भी उसी प्रकार से पूजा करें और आज पूरे दिन उसे मन्दिर में ही रखा रहने दें। अगले दिन उस सिक्के को उठाकर एक लाल कपड़े में बांधकर अपने पास रख लें।
सुख-समृद्धि की प्राप्ति के लिए
इसके लिए मां लक्ष्मी (Maa Lakshmi) की पूजा में माता को कमल या गुलाब के फूल अर्पित करें। मां लक्ष्मी को ये फूल अति प्रिय हैं और मां लक्ष्मी स्वयं कमल के फूल पर विराजमान रहती हैं। शुक्रवार के दिन माता लक्ष्मी की पूजा करते समय अपने हाथ में कमल या गुलाब का फूल रखें और उनको माता लक्ष्मी के चरणों में अर्पित कर दें। मान्यता है कि ऐसा करने से घर में सुख-समृद्धि आती है और तरक्की के योग बनते हैं।
धन-सम्पदा में बढ़ोतरी के लिए
इसके लिए आज एक छोटा-सा मिट्टी का कलश लें और उसे चावल से भर दें। चावल के ऊपर एक रूपये का सिक्का और एक हल्दी की गांठ रखें। अब उस पर ढक्कन लगाकर, मां लक्ष्मी का आशीर्वाद लेकर उसे किसी मन्दिर के पुजारी को दान कर दें।
जीवन में सुख पाने के लिए
इसके लिए आज बाजार से मां लक्ष्मी की कमल के फूल पर बैठी हुई एक तस्वीर लाएं और अपने मन्दिर में स्थापित करें। इसके बाद देवी मां को सबसे पहले पुष्प अर्पित करें। फिर धूप-दीप आदि से उनकी पूजा करें।
बिजनेस में आर्थिक लाभ के लिए
अपने बिजनेस को बहुत आगे तक ले जाना चाहते हैं तो आज आपको स्नान आदि के बाद साफ कपड़े पहनकर, आसन पर बैठकर मां लक्ष्मी के मंत्र का जाप करना चाहिए। मंत्र इस प्रकार है- “ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः” आज के दिन आपको इस मंत्र का कम से कम 11 बार जाप करना चाहिए।
माता लक्ष्मी (Maa Lakshmi) का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए
इसके लिए आप शुक्रवार का व्रत कर सकते हैं। साथ ही खीर बनाकर मां लक्ष्मी का भोग लगाएं और फिर 6 साल से नीचे की लड़कियों को खीर प्रसाद के रूप में वितरण कर दें। इसके बाद आप उनको फल का भी दान कर सकते हैं। यह उपाय आप लगातार 21 शुक्रवार तक कर सकते हैं। मान्यता है कि ऐसा करने से आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और कर्ज से भी मुक्ति मिलती है।
जीवनसाथी की तरक्की के लिए
अगर आप चाहते हैं कि आपके जीवनसाथी की खूब तरक्की हो, उनकी सैलरी में बढ़ोतरी हो जाये, तो इसके लिए आज के दिन आपको स्नान आदि के बाद देवी लक्ष्मी के इस मंत्र का जाप करना चाहिए। मंत्र इस प्रकार है-“श्रीं ह्रीं श्रीं’ आज के दिन आपको इस मंत्र का कम से कम एक माला, यानि 108 बार जाप करना चाहिए।
घर में अपार धन-संपदा के लिए
इसके लिए आज आपको स्नान आदि के बाद एक कटोरी में थोड़ी-सी हल्दी लेनी चाहिए और उसे पानी की सहायता से घोलना चाहिए। अब इस हल्दी से अपने घर के बाहर मेन गेट के दोनों तरफ पहले जमीन पर छोटे-छोटे पैर के चिन्ह बनाएं। फिर गेट के दोनों तरफ दीवार पर एक-एक स्वास्तिक का चिन्ह बनाएं और देवी लक्ष्मी का ध्यान करें।