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आपकी ये आदतें करती हैं स्पर्म काउंट को प्रभावित

Sperm

sperms count

पुरुषों की सेक्स लाइफ को बेहतर बनाने के लिए स्पर्म (Sperm) काउंट को बढ़ाना जरूर होता हैं। इसके लिए लोग कई तरह की दवाइयों का सेवन करते हैं जो फायदों से ज्यादा नुकसान पहुंचाने का काम करती हैं। लेकिन आपको यह समझने की जरूरत हैं कि आपके स्पर्म काउंट को बुरी तरह प्रभावित कर रही हैं आपकी गलत आदतें। जी हां, आपकी सेक्स ड्राइव में कुछ समस्या हो रही है, तो इसका कारण ये आदते भी हो सकती हैं। आज इस कड़ी में हम आपको उन्हीं आदतों की जानकारी देने जा रहे हैं जो पुरुषों के स्पर्म काउंट को प्रभावित कर रही हैं। इन्हें जानकर बदलने में ही आपकी भलाई हैं ताकि आपको किसी तरह की दवाइयों का भी सेवन ना करना पड़े। आइये जानते हैं इन आदतों के बारे में…

ज्यादा तनाव लेना

पुरुषों में तनाव के कारण भी स्पर्म काउंट (Sperm Count) कम हो सकता है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार, पुरूषों में चिंता और तनाव के कारण उनके वीर्य की मात्रा और स्पर्म का गुणवत्ता कम हो जाती है। इसलिए आप आज से ही खुश रहने की कोशिश करें और तनाव से दूर रहें।

कार्बोनेटेड ड्रिंक का सेवन

आप बहुत ज्यादा कार्बोनेटेड ड्रिंक का सेवन करते हैं, तो स्पर्म (Sperm) क्वालिटी खराब हो सकती है। शुक्राणुओं की संख्या में भी गिरावट आ सकती है। एक कैन से अधिक कार्बोनेटेड ड्रिंक पीने से स्पर्म मोबिलिटी प्रभावित होती है। साथ ही बियर भी अधिक पीने से स्पर्म अनहेल्दी और कमजोर हो सकते हैं।

धूम्रपान और शराब पीना

तंबाकू का सेवन करने और स्मोकिंग करने से वीर्य की गुणवत्ता कम हो जाती है और यह शुक्राणु के डीएनए को भी नुकसान पहुंचाता है। इसके अलावा शराब पीने से टेस्टोस्टेरोन लेवल कम हो सकता है, जिसके कारण इरेक्टाइल डिसफंक्शन और स्पर्म प्रोडक्शन कम हो सकता है।

लैपटॉप का इस्तेमाल

लैपटॉप को अपनी गोद में रखकर देर तक काम करते रहते हैं, तो इस आदत को भी तुरंद बदल दें वरना आपके पिता बनने की संभावना काफी हद तक कम हो सकती है। अंडकोष को ठंडा रखने की जरूरत होती है और देर तक लैपटॉप को पैरों या गोद में रखने से यह भाग गर्म हो जाता है, जिससे शुक्राणु की संख्या घट सकती है।

रात को देर से सोने की आदत

रात को देर से सोने के कारण आपको तनाव और मोटापे की समस्या होती है। जिसकी वजह से स्पर्म काउंट कम हो सकता है। साथ ही रात को जागने के कारण आपका दिमागी रूप से भी परेशान रहते हैं और आपकी इम्यूनिटी भी कमजोर होती है। इसलिए रात में देर से सोने की आदत से आज ही बदलें।

नशीली दवाओं का उपयोग

कई लोग मसल्स गेन करने के लिए और स्टेमिना बढ़ाने के लिए तरह-तरह की नशीली दवाओं का प्रयोग करते हैं। इससे अंडकोष सिकुड़ सकते हैं और शुक्राणु का उत्पादन कम हो सकता है। इसके अलावा कोकीन या मारिजुआना का उपयोग अस्थायी रूप से आपके शुक्राणुओं की संख्या और क्वालिटी को भी कम कर सकता है।

टाइट कपड़े पहनना

यदि आपको अधिक टाइट जींस, पैंट पहने की आदत है, तो अपने इस फैशन स्टाइल को बदल दें। डॉक्टर डॉट एनडीटीवी में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, स्लिम फिट ट्राउजर्स, जींस को लगातार पहने रहने से स्पर्म काउंट में कमी आती है। टाइट पैंट पहनने से अंडकोष शरीर के अधिक करीब रहते हैं, जिससे वे गर्म हो जाते हैं। ये शुक्राणुओं के लिए अच्छा नहीं है।

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