पीने के पानी के लिए बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र के ग्रामीणों का लंबा संघर्ष खत्म होने जा रहा है। ग्रामीणों को अब मीलों दूर से पीने का पानी ढो कर नहीं लाना होगा। राज्य सरकार दिसंबर से बुंदेलखंड और विंध्य के गांवों में घर-घर पेयजल की आपूर्ति शुरू करने जा रही है। इसके लिए तैयारियां अंतिम चरण में हैं।
कई इलाकों में ट्रायल रन शुरू कर दिया गया है। बुंदेलखंड और विंध्य में जलापूर्ति शुरू करने के साथ ही वाराणसी, प्रयागराज, गोरखपुर और मथुरा जैसे दो दर्जन से ज्यादा जिलों में भी हर घर नल योजना का काम तेज कर दिया गया है। इनमें से ज्यादातर जिलों में मार्च 2022 तक जलापूर्ति शुरू कर दी जायेगी। यूपी के हजारों गांवों को शुद्ध पेयजल मिलने का सालों का इंतजार चंद दिनों में खत्म होने जा रहा है।
योगी सरकार जल जीवन मिशन योजना के तहत अगले महीने से शुद्ध पेय जल की सौगात देने जा रही है। बुंदेलखंड और विंध्य समेत प्रदेश में सुदूर बसे ग्रामीण इलाकों तक पाइप लाइनों को बिछाने का काम पूरा कर लिया गया है। साथ ही घरों तक शुद्ध पेयजल सप्लाई की लाइनें भी बिछा दी गई हैं।
प्रमुख सचिव नमामि गंगे व ग्रामीण जलापूर्ति विभाग अनुराग श्रीवास्वत ने जलापूर्ति शुरू करने की तैयारियों की समीक्षा की है। उन्होंने वाटर ट्रीटमेंट प्लांटों की कार्यप्रणाली की नियमित निगरानी के साथ ही बिछाई गयी वाटर लाइनों की विभिन्न स्तरों पर जांच करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने वाटरलाइन में रिसाव और पानी की बबार्दी किसी भी हाल में रोकने का निर्देश दिया है। बुंदेलखंड के ज्यादातर गांवों में जलापूर्ति संबंधी कार्य पूरे होने के कगार पर हैं। केंद्र सरकार के सहयोग से चल रही हर घर नल योजना को तय समय से करीब 6 महीने पहले पूरा किया जा रहा है। शुद्ध पानी मिलने से जहां ग्रामीण इलाकों के लोगों को बीमारियों से निजात मिलेगी, वहीं पानी की समस्या भी दूर हो जायेगी। अभी तक गावों के लोग दूर-दराज के हैंडपम्पों से मिलने वाले जल पर ही आश्रित थे।
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गौरतलब है कि जल जीवन मिशन के तहत उत्तर प्रदेश सरकार लगभग साढ़े 97 हजार गावों में 2.63 करोड़ परिवारों में से अब तक 31.76 लाख (यानि 12 प्रतिशत) के घरों में पानी का कनेक्शन दे चुकी है। इतना ही नहीं, सरकार पिछले वित्त वर्ष में 19.15 लाख नल कनेक्शन उपलब्ध करा चुकी है। मौजूदा वित्त वर्ष में 59 लाख, वित्त वर्ष 2022-23 में 85.40 लाख और वित्त वर्ष 2023-24 में 90.01 लाख नल जल कनेक्शन देने के लक्ष्य पर राज्य सरकार काम कर रही है।
बुंदेलखंड क्षेत्र में जल जीवन मिशन के तहत 32 परियोजनाओं में कुल 467 पाइप पेयजल योजनाओं का क्रियान्वयन किया गया है। इनमें से 43 सतही जल आधारित योजनाएं और 424 भूजल पर आधारित हैं। इन योजनाओं से 3,823 राजस्व ग्रामों के कुल 72,68,705 आबादी के लिये 11,95,265 क्रियाशील गृहजल संयोजन की व्यवस्था होगी। कुल 11,95,265 घरों में शुद्ध पानी की आपूर्ति होगी। इन परियोजनाओं से बुंदेलखंड क्षेत्र के सात जिलों के 40 तहसील, 68 विकास खंड और 2,608 ग्राम पंचायतों को लाभ मिलेगा, जबकि विंध्य क्षेत्र में जल जीवन मिशन के तहत 17 परियोजनाओं के तहत कुल 162 पाइप पेयजल योजनाएं हैं। इसमें 22 सतही जल आधारित योजनाएं एवं 140 भूजल आधारित योजनाएं हैं। इन योजनाओं में कुल 2,961 राजस्व ग्रामों के कुल 40,45,943 आबादी के लिए 6,69,508 क्रियाशील गृह जल संयोजन (एफएचटीसी) की व्यवस्था की गयी है और इससे कुल 6,69,508 घरों में शुद्ध पेयजल की आपूर्ति होगी। प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में शुद्ध पेयजल देने के साथ ही जल जीवन मिशन की ‘हर घर नल योजना’ गांव व कस्बे के लोगों को रोजी-रोजगार से भी जोड़ेगी। पहले चरण में बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र में पूरी होने जा रही परियोजनाओं में करीब 30 हजार से ज्यादा लोगों को संविदा पर नौकरी पर रखा जायेगा। इतना ही नहीं गांव-गांव और कस्बों में जलापूर्ति व्यवस्था के संचालन के साथ फिटर, प्लंबर, मकैनिक और सिक्योरिटी गार्ड की भी भर्ती होगी। सरकार का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं को सशक्त बनाने के साथ उनको रोजगार से जोड़कर आत्मनिर्भर बनाना है।