लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ ने स्वच्छता के क्षेत्र में एक नया कीर्तिमान स्थापित करते हुए देश के तीसरे सबसे स्वच्छ शहर का गौरव प्राप्त किया है। स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 (Swachh Survekshan) के अंतर्गत विज्ञान भवन, नई दिल्ली में आयोजित भव्य समारोह में राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने लखनऊ नगर निगम को राष्ट्रीय ‘प्रेसीडेंशियल अवार्ड’ से सम्मानित किया। भारत सरकार के स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार 2024-25 (Swachh Survekshan) में नए भारत के नए उ0प्र0 की झलक दिखाई दी। इस वर्ष उ0प्र0 कई श्रेणियों में पुरस्कृत हुआ।
देश के प्रथम तीन स्वच्छतम नगरों में पहले एक भी नगर नहीं था, लखनऊ पहली बार शामिल हुआ। प्रथम 10 स्वच्छतम नगरों में भी पहले एक भी नगर नहीं था, अब इसमें लखनऊ और आगरा भी शामिल हैं। प्रथम 25 स्वच्छतम नगरों में पहले उ0प्र0 का मात्र एक नगर शामिल था, अब इसकी संख्या 07 है-लखनऊ, आगरा, गाजियाबाद, प्रयाग, कानपुर, वाराणसी व मेरठ है।
नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए0के0 शर्मा ने (AK Sharma) प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के प्रति आभार जताते हुए कहा कि यह सम्मान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आरंभ किए गए स्वच्छ भारत मिशन के दूरदर्शी दृष्टिकोण और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रतिबद्धता व कार्य संस्कृति का प्रतिफल है। उत्तर प्रदेश में नगरीय स्वच्छता को एक जन आंदोलन के रूप में परिवर्तित करने में मुख्यमंत्री का अहम योगदान रहा है जिन्होंने प्रत्येक शहर को साफ सुथरा और सुंदर बनाने की दिशा में स्पष्ट लक्ष्य और संसाधन प्रदान किए।
लखनऊ ने इस वर्ष लंबी छलांग लगाते हुए पूरे देश में तीसरा स्थान प्राप्त किया। यह उपलब्धि विशेष रूप से नगर विकास मंत्री ए.के. शर्मा (AK Sharma) के कुशल नेतृत्व, सशक्त निर्णयों तथा सतत निरीक्षण एवं मार्गदर्शन का प्रत्यक्ष परिणाम है। श्री शर्मा (AK Sharma) के कुशल पर्यवेक्षण, सरलता, त्वरित निर्णय शक्ति व दूरदर्शिता के चलते लखनऊ ने विगत वर्ष की रैंकिंग (44 वाँ स्थान) से सीधा शीर्ष तीन में स्थान बनाया। उनके (AK Sharma) त्वरित निर्णय लेने की शक्ति से लखनऊ ने स्वच्छता के क्षेत्र में न केवल राज्य में बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर एक अनुकरणीय मॉडल प्रस्तुत किया है।
उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष की रैंकिंग में 44वें स्थान पर रहा लखनऊ इस बार चरणबद्ध योजना, तकनीकी नवाचार और जनसहभागिता के माध्यम से सीधे शीर्ष तीन में पहुंचा है। नगर निगम द्वारा कूड़ा प्रबंधन को लेकर अपनाई गई डिजिटल निगरानी प्रणाली, कचरा पृथक्करण एवं शिवरी वेस्ट प्रोसेसिंग प्लांट पर किए जा रहे प्रभावी निस्तारण कार्यों को देश-विदेश में सराहा गया है।
ए. के. शर्मा (AK Sharma) ने इस ऐतिहासिक सफलता पर लखनऊ की जनता, निगम प्रशासन, सफाई कर्मियों एवं स्वच्छता योद्धाओं को बधाई देते हुए कहा-“यह सम्मान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘स्वच्छ भारत’ संकल्पना और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में संचालित उत्तर प्रदेश की स्वच्छता नीति की बड़ी सफलता है। लखनऊ ने यह सिद्ध कर दिया है कि इच्छाशक्ति, पारदर्शिता और जनसहभागिता से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।’’
यह पुरस्कार कूड़ा प्रबंधन की दिशा में की गई व्यवहारिक पहल, वैज्ञानिक कूड़ा प्रबंधन और डिजिटल मॉनिटरिंग सिस्टम जैसे अभिनव उपाय के सफल क्रियान्वयन के लिए प्रदान किया गया। लखनऊ नगर निगम द्वारा कचरे की विभिन्न श्रेणियां का वैज्ञानिक ढंग से छटाई एवं पृथक्करण तथा शिवरी प्लांट पर जमा 20 लाख टन कूड़े का निस्तारण एक अभूतपूर्व कार्य हुआ है। कूड़े से कंचन की बात को चरितार्थ करते हुए यूपी दर्शन नाम का अद्वितीय पार्क बनाया गया है। यूपी में हुए इन कार्यों की चर्चा अन्तर्राष्ट्रीय फलक पर भी हुई है।
श्री शर्मा (AK Sharma) स्वयं नियमित रूप से निरीक्षण कर स्वच्छता कार्यों एवं प्रोजेक्ट्स की निगरानी करते रहे हैं। उनकी कार्यशैली ने लखनऊ नगर निगम को सजग, उत्तरदायी और तकनीक-संपन्न बनाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।
यह पुरस्कार केवल नगर निगम की नहीं, बल्कि लखनऊ के प्रत्येक नागरिक की मेहनत, जागरूकता और प्रतिबद्धता तथा सफ़ाई मित्रों सहित इस कार्य से जुड़े सभी के परिश्रम का परिणाम है।श्री शर्मा ने सभी नागरिकों से आह्वान किया है कि वे इस उपलब्धि को बनाए रखने और अन्य शहरों को भी प्रेरणा देने के लिए इसी उत्साह से सहभागी बनें।