भारतीय टीम का आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल और इंग्लैंड के खिलाफ 5 टेस्ट मैच की सीरीज के लिए ऐलान कर दिया गया है। लेकिन टीम में 24 खिलाड़ियों की लिस्ट में तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार का नाम न होना सबके लिए हैरान करने वाला है।
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इंग्लैंड के माहौल में भुवी पूरी तरह फिट
इंग्लैंड के माहौल में भुवनेश्वर कुमार पूरी तरह फिट बैठते हैं। उन्हें वहां का मौसम रास आता है. हालात उनकी गेंदबाजी को सूट करते हैं। वो भारत के मुकाबले इंग्लिश कंडीशन में विरोधी बल्लेबाजों को छकाना पसंद करते हैं। अब इतने सारे फायदे वाली जगह पर अगर भुवनेश्वर कुमार को टीम से दूर कर दिया जाए तो मामला थोड़ा समझ से परे है।
21 टेस्ट में 63 विकेट चटका चुके 31 साल के भारतीय तेज गेंदबाज ने पहली बार साल 2014 में इंग्लैंड का दौरा किया था। तब वहां पर जो उन्होंने किया था लगता है भारतीय थिंक टैंक और सिलेक्टर्स उसे भुल चुके हैं। तो जरा हम याद दिला दें कि उस दौरे पर भारत के 1-3 से टेस्ट सीरीज गंवाने के बाद भी सीरीज के हीरो बनकर उभरे थे भुवनेश्वर कुमार। उन्होंने अपने टेस्ट करियर का पहला 5 विकेट उसी दौरे पर खेले पहले मैच में लिया था। इसके बाद दूसरे टेस्ट में उसी कामयाबी को दोहराया भी था। यानी इंग्लैंड में खेले बैक टू बैक 2 टेस्ट में 2 बार 5 प्लस विकेट लेने का कमाल करने वाले गेंदबाज हैं भुवनेश्वर कुमार।
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टेस्ट क्रिकेट में उनका 82 रन देकर 6 विकेट लेने वाला करियर बेस्ट फीगर इंग्लैंड के उसी दौरे की देन है। ये कमाल उन्होंने क्रिकेट के मक्का लॉर्ड्स पर किया था। इसके अलावा इंग्लैंड के खिलाफ खेली 4 टेस्ट की सीरीज में उन्होंने 3 फिफ्टी भी जमाई थी और एक ही सीरीज के अंदर 3 फिफ्टी प्लस स्कोर बनाने वाले भारत के पहले 9वें नंबर के बल्लेबाज बने थे।
बीते एक-डेढ़ सालों में भुवी को इंजरी ने क्रिकेट से दूर जरूर रखा पर वापसी के बाद भी उनका असर कम नहीं हुई। उनकी गेंदों की धार कुंद नहीं पड़ी। क्रिकेट का फॉर्मेट चाहे जैसा भी मिला हर में वो अपना बेस्ट देते रहे। इंजरी के बाद उनकी वापसी इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू व्हाइट बॉल सीरीज से हुई। उन्होंने 3 वनडे की सीरीज में 6 विकेट चटकाए।जबकि 5 T20 की सीरीज में 4 विकेट लिए और इस तरह 8 मैचों में कुल 10 विकेट लिए।
टीम में जगह क्यों नहीं मिली?
बता दे खुद भुवनेश्वर की भी इंग्लैंड दौरे पर जाने को बेताब थे। ये बात इंजरी से वापसी के बाद दिए उनके बयानों में भी झलकती है। ऐसे में WTC Finals और इंग्लैंड के साथ होने वाली 5 टेस्ट की सीरीज के लिए उनका न चुना जाना बड़े सवाल खड़े करता है।