भारत-चीन सीमा विवाद (India China Border Clash) के बीच ट्विटर की एक गलती उसके अधिकारियों को भारी पड़ती दिख रही है। ट्विटर ने भारत के लेह लद्दाख क्षेत्र को चीन की सीमा में दिखाया था। उसके बाद भारतीय अधिकारियों ने ट्वीटर के अधिकारियों को एक संसदीय समिति के सवालों के लिए बुलाया था।
प्रियंका गांधी बोलीं- वाराणसी के बुनकरों का उत्पीड़न बंद करे योगी सरकार
पैनल में भारतीय जनता पार्टी की सांसद मीनाक्षी लेखी (Meenakshi Lekhi) थी। उन्होंने ट्विटर के अधिकारियों से सवाल किया कि आखिर उसने भारतीय क्षेत्र को चीन के मैप में क्यों दिखाया। इसके बाद समिति के सदस्य शागुफ्ता कामरान और पल्लवी वालिया समेत अन्य ट्विटर के प्रतिनिधियों से इस सवाल पर जवाब मांगा मगर वह मीनाक्षी लेखी को अपने जवाब से संतुष्ठ नहीं कर पाए थे।
वेंकैया नायडू बोले- पर्यावरण एवं विकास में संतुलन जरुरी
इस पूरे मामले के बाद केंद्र सरकार के सूचना एवं प्रौधोगिकी के सचिव अजय साहनी ने पत्र लिखकर ट्वीटर के हेड जैक डोर्सी को पत्र लिखा है। जिसमें उन्हें चेतावनी दी गई है कि सरकार ने उनसे कहा है कि अगर कोई भारत की संप्रभुता और अखण्डता का अनादर करने का प्रयास करेगा तो यह पूरी तरह अस्वीकार्य है। वह कहते हैं कि आपके नक्शे से परिलक्षित होता है जो स्वीकार्य नहीं है।
बीसीजी वैक्सीन बुजुर्ग कोरोना मरीजों के बचाव में कारगर: आईसीएमआर
जानकारी के मुताबिक, ट्विटर इंडिया की ओर से कमेटी के सामने वरिष्ठ प्रबंधक पब्लिक पॉलिसी शगुफ्ता कामरान, वकील आयुषी कपूर, पॉलिसी संचार अधिकारी पल्लवी वालिया और कॉरपोरेट सुरक्षा अधिकारी मनविंदर बाली उपस्थित हुए। इस दौरान आईटी मंत्रालय के अधिकारी भी मौजूद रहे।