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भोपाल गैस त्रासदी की रात की यह तस्वीर रौंगटे खड़े कर देती है

bhopal gas tragedy

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नई दिल्ली। भोपाल गैस कांड और इससे जुड़ी एक तस्वीर दिल को दहला देती है, इस तस्वीर को कोई भी नहीं भूल सकता। ये फोटो यूं तो भापोल गैस हादसे के दो दिन बाद खींची गई थी, लेकिन इस फोटो ने देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में तहलका मचाया था। ये फोटो आज भी इस हादसे की कहानी बयां करती है। इस हादसे में एक ही रात में दो हजार से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। जबकि इसमें मारे गए कुल लोगों की संख्‍या करीब 16 हजार तक थी। ये तस्‍वीर 4 दिसंबर 1984 को फोटोग्राफर रघु राय ने खींची थी। उस वक्‍त ये ब्‍लैक एंड व्‍हाइट थी। इसके बाद इस तस्‍वीर को पाब्‍लो बार्थोलमियो ने कलर इमेज के साथ नया रूप दे दिया था। पाब्‍लो एक स्‍वतंत्र फोटो जर्नलिस्‍ट के तौर पर काम करते थे।

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आज तक नहीं हटा जहरीला कचरा

भोपाल गैस कांड को 36 वर्ष गुजर चुके हैं इसके बाद भी आज तक यूनियन कार्बाइड कारखाने में पड़े 340 टन जहरीले कचरे को नष्ट नहीं किया जा सका है। इसकी वजह से आसपास का पानी दूषित हो रहा है। कोर्ट इस पर नाराजगी जता चुका है। इस रासायनिक कचरे की वजह से यहां की करीब 50 कालोनियों में पानी का प्रदूषण स्‍तर सामान्‍य से कहीं अधिक है।

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नहीं मिला इंसाफ खत्‍म हो गए कई अहम लोग

36 वर्षों के बाद भी इस हादसे के पीडि़तों को पूरा न्‍याय नहीं मिल सका है। आज भी कोर्ट के अंदर इसके मुआवजे का मामला लंबित है। इस बीच इस हादसे के मुख्‍य आरोपी और फैक्ट्री के संचालक वॉरेन एंडरसन की 29 सितंबर 2014 को उसकी मौत हो गई। इसके अलावा भोपाल गैस त्रासदी को लेकर आवाज उठाने वाले और पीडि़तों को न्‍याय दिलाने की लड़ाई लड़ने वाले अब्‍दुल जब्‍बार का भी 14 नवंबर 2019 को निधन हो गया। उन्‍हें भारत सरकार ने पद्म श्री से सम्‍मानित किया था। वे भोपाल गैस पीड़िता महिला उद्योग संगठन के संयोजक थे। आपको बता दें कि भोपाल गैस हादसा दुनिया के कुछ बड़े औधोगिक हादसों में शामिल किया जाता है। इस गैस हादसे उन्‍होंने भी अपने माता-पिता और भाई को भी खोया था।

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