बिहार के नालंदा जिले में सामूहिक हत्याकांड का एक खौफनाक मामला सामने आया है, जहां दो गुटों के खूनी संघर्ष में 6 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। जबकि तीन लोग गोली लगने से घायल हो गए। मरने वाले सभी लोग एक ही परिवार के सदस्य थे। इस दिल दहला देने वाली वारदात की वजह जमीनी विवाद बताया जा रहा है। इस मामले में पुलिस की लापरवाही भी सामने आ रही है।
यह घटना नालंदा के राजगीर अनुमंडल अंतर्गत छबीलापुर थाना क्षेत्र की है। जहां लोदीपुर गांव में खूनी संघर्ष के दौरान फायरिंग में कुल 9 लोगों को गोली लगी। जिनमें से यदु यादव, पिंटू यादव, मदहेश यादव, धीरेंद्र यादव, शिवेंद्र यादव और विंदा यादव की गोली लगने से मौत हो गई। वहीं मिट्ठू यादव, परशुराम यादव और मंटू यादव जख्मी हो गए।
मृतकों के परिजनों ने बताया कि 50 बीघा जमीन को लेकर विवाद था। बुधवार को गांव के देवी स्थान के निकट महेंद्र यादव और राजेश्वर यादव अपने बेटों के साथ ट्रैक्टर लेकर विवादित जमीन के खेत की जुताई कर रहा था। जब मृतकों ने उन्हें ऐसा करने से मना किया तो उन्होंने हथियारों से लैस लगभग 40 से 50 की संख्या में बदमाश मौके पर बुला लिए। जिन्होंने वहां आते ही ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी।
फायरिंग में कुल 9 लोगों को गोली लगी। जिनमें से 6 लोगों की मौत हो गई है। जबकि 3 लोग घायल हो गए। विवादित जमीन पर कोर्ट ने किसी भी तरह का काम करने पर स्टे लगा दिया था। इसके बावजूद आरोपी महेंद्र यादव और राजेश्वर यादव अपने बेटों के साथ वहां जबरदस्ती खेत में ट्रैक्टर से जुताई कर रहे थे।
पीड़ित परिवार ने फायरिंग की सूचना पुलिस को दी। लेकिन इसके बाद भी पुलिस घटनास्थल पर नहीं पहुंची। अब सामूहिक हत्याकांड के बाद पूरे इलाके में तनाव व्याप्त है। बताया जा रहा है कि आरोपी बदमाशों ने मौके पर करीब 200 राउंड फायरिंग की। इस घटना के बाद पूरे गांव को छावनी में तब्दील कर दिया गया है।
पुलिस अधीक्षक हरिप्रसाथ एस और डीएसपी (राजगीर) सोमनाथ प्रसाद भी मौके पर पहुंचे और पीड़ित परिवार से घटना की जानकारी ली। वारदात के बाद परिजनों और ग्रामीणों ने अभी तक मरने वालों के शव उठने नहीं दिए हैं। एसपी हरिप्रसाथ एस ने बताया कि भूमि विवाद में घटना को अंजाम दिया गया है। सभी आरोपी फरार हैं. आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।