Site icon 24 GhanteOnline | News in Hindi | Latest हिंदी न्यूज़

हाथ गंवाकर जवान की बचाई जान, त्याग, प्रेम, विश्वास और साहस से भरपूर ये कहानी

jyoti

jyoti

रायपुर। त्याग, प्रेम, समर्पण, विश्वास और साहस से भरपूर छत्तीसगढ़ की एक लड़की की कहानी में वो सब कुछ है, जो दुनिया में एक बेहतर नजरिया लेकर उतरती है। एक लड़की जिसने नर्सिंग की पढ़ाई के दौरान यह सीखा था कि एक नर्स का सबसे बड़ा दायित्व होता है दूसरे की जिंदगी बचाना। एक सफर ने ज्याेती की जिंदगी को पूरी तरह बदल दिया। इस सफर में घटी एक दुर्घटना में ज्योती को अपना हाथ गंवाना पड़ा, लेकिन कुछ गंवाकर उसने बहुत कुछ हासिल भी किया।

देश में इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए सरकार तैयार, इन राज्यों से होगी शुरुआत

उसने सीआईएसएफ के एक जवान की जान बचाई और उसे अपना हमसफर बनाया। ज्याेती अब उसी जवान के साथ शादी कर केरल में बस चुकी हैं और अब वहां से भाजपा के टिकट पर पंचायत का चुनाव लड़ रही हैं। बस्तर संभाग के उग्रवाद प्रभावित दंतेवाड़ा जिले के बचेली कस्बे में जन्मी और पली- बढ़ी ज्योति कुंडू ने एक नर्स बनकर दूसरों की सेवा करने का फैसला अपनी जिंदगी में लिया था। उसने नर्सिंग की पढ़ाई की और अपना करियर शुरू करने जा रही थी। इसी बीच 3 जनवरी 2010 को बस्तर में एक बस में सफर कर रही थीं, तभी एक दुर्घटना घट गई।

मोदी सरकार किसान बिल को वापस नहीं लेगी : सुरेश खन्ना

ज्योती ने देखा कि दुर्घटनाग्रस्त बस में सीआपीएफ के एक जवान जो उसी बस में सफर कर रहे थे, बेहोस पड़ेे थे ओर उनका सर बस की खिड़की के बाहर लटक रहा था। तभी सामने से एक ट्रक आता दिखा। ज्याेती को तुरंत आभाष हो गया कि यदि इस वक्त उसने कुछ नहीं किया तो उस जवान की मौत हो जाएगी। ज्योती ने खिड़की से हाथ बाहर निकाला और जवान के सर को अंदर कर ही रही थी, इसी दौरान ट्रक बाजू से गुजरा और ज्योती का बांया हाथ उसकी चपेट में आ गया। ज्याेती ने जवान विकास की जान तो बचा ली, लेकिन इस घटना में उन्हें अपना हाथ गंवाना पड़ा।

Exit mobile version