आशीष मौर्य
लखनऊ। किसी भी प्रत्याशी (Candidate) की जीत-हार के लिए एक-एक वोट (Vote) मायने रखता है। अपने-अपने क्षेत्रों में उम्मीदवारों ने एक-एक वोट हासिल करने के लिए पूरी ताकत लगायी है लेकिन राजधानी के प्रमुख पार्टियों के प्रत्याशी (Candidate) खुद को वोट (vote) नहीं डाल सकेंगे क्योंकि उनके वोट अन्य विधानसभा इलाकों में हैं। इसके चलते वे खुद को अपना वोट नहीं दे पाएंगे।
आईपीएस की नौकरी छोड़कर पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ने वाले सरोजनी नगर क्षेत्र से भाजपा के प्रत्याशी डा. राजेश्वर सिंह का वोट गौतम बुद्ध नगर विधानसभा में है। इस कारण वह सरोजनी नगर में खुद को वोट नहीं दे पाएंगे। खास बात यह है राजेश्वर सिंह लखनऊ की किसी भी सीट से भाजपा के किसी भी प्रत्याशी को वोट नहीं कर सकेंगे। इसी तरह समाजवादी पार्टी के सरोजनी नगर से प्रत्याशी अभिषेक मिश्रा का वोट पूर्व विधानसभा क्षेत्र में आता है।
मोहनलालगंज से कांग्रेस प्रत्याशी ममता चौधरी व पश्चिम विधानसभा से चुनाव लड़ रहीं शहाना सिद्दकी और सपा प्रत्याशी अरमान खान मध्य विधानसभा क्षेत्र में रहते हैं। पूर्व सीट से तीसरी बार उम्मीदवार बने भाजपा प्रत्याशी आशुतोष टंडन गोपाल भी खुद को वोट नहीं कर सकेंगे। टंडन का वोट उत्तर विधानसभा में पड़ता है।
इसी तरह मोहनलालगंज से सपा की उम्मीदवार सुशीला सरोज का वोट पूर्व विधानसभा में पड़ता है। इस बार कैंट क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी बृजेश पाठक खुद को वोट नहीं कर सकेंगे, उनका मतदान मध्य विधानसभा में होता है।
लखनऊ उत्तर से सपा की प्रत्याशी पूजा शुक्ला खुद को वोट न करके सरोजनी नगर में मतदान करेंगी। बीकेटी से सपा प्रत्याशी गोमती यादव का वोट पूर्व विधानसभा में आता है। इसलिए वो भी खुद को वोट नहीं कर सकेंगे।