करवा चौथ, एक हिंदू त्योहार है जो पूरे उत्तर भारत में बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है। यह पति-पत्नी के बीच समर्पण, प्रेम और अटूट विश्वास का त्योहार है।
करवा चौथ के दिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र, स्वास्थ्य, सफलता और खुशी के लिए व्रत रखती हैं। अपने पति के लिए इस अवसर पर, विवाहित महिलाएं बिना कुछ खाए, पानी की एक बूंद भी नहीं (जिसे निर्जला व्रत के रूप में भी जाना जाता है) उपवास रखती हैं. दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, पंजाब, जम्मू और कश्मीर, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और हिमाचल प्रदेश सहित उत्तर भारतीय राज्य इसे बहुत उत्साह के साथ मनाते हैं.
कब है करवा चौथ
इस साल करवा चौथ 24 अक्टूबर 2021 (रविवार) को मनाया जाएगा, इस त्योहार को कारक चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है। इसके अलावा, करवा चौथ पर महिलाएं तैयार होती हैं और वे 16 सोला सिंगार करती हैं।
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पूजा मुहूर्त
चतुर्थी तिथि प्रारंभ- 24 अक्टूबर सुबह 3 बजकर 1 मिनट से
चतुर्थी तिथि समाप्त- 25 अक्टूबर सुबह 5 बजकर 43 मिनट पररहेगा।
चांद निकलने का समय- रात्रि 8 बजकर 11 मिनट पर। अलग- अलग शहरों में चांद निकलने के समय में बदलाव हो सकता है।
बन रहा है शुभ संयोग
इस साल करवा चौथ का चांद रोहिणी नक्षत्र में निकलेगा। ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार रोहिणी नक्षत्र को बेहद शुभ माना जाता है।