उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों का नाम लिये बगैर कहा कि जो लोग किसानों के कंधों पर बंदूक रखकर उन्हें गुमराह कर रहे हैं उन्हें महराजगंज के वनटांगिया गांवों में आकर विकास की नई तस्वीर देखनी चाहिए।
श्री योगी ने शनिवार को महराजगंज जिले में 279.30 करोड़ रुपये की लागत वाली 114 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इस अवसर पर उन्होने कहा कि आजादी के बाद यूपी के 100 वनटांगिया गांवों में कोई सुविधा नहीं मिली थी।
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उनकी सरकार ने महराजगंज के 18 वनटांगिया गांवों समेत प्रदेश के ऐसे गांवों को राजस्व ग्राम घोषित किया। राजस्व ग्राम घोषित होने के बाद कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग और सामुदायिक खेती के जरिये महराजगंज के वनटांगिया किसान प्रगति की मिशाल पेश कर रहे हैं।
उन्होने कहा “ किसानों को गुमराह करने वाले कहते हैं कि कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग में किसानों की जमीन ले ली जाएगी, इससे बड़ी बेवकूफी क्या हो सकती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले ही साफ कर रखा है कि कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग किसान के लिए एक विकल्प है, बाध्यता नहीं। कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग से मैकेनाइज्ड खेती को बढ़ावा मिलेगा। नए तरीके से कम लागत पर अधिक उत्पादन संभव होगा और इससे किसानों की आय कई गुना बढ़ जाएगी। किसान के जीवन में नया परिवर्तन आएगा और यह परिवर्तन उसकी खुशहाली का माध्यम बनेगा। ”
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उन्होंने कहा कि महराजगंज में गन्ने की खेती 100 साल से पहले से होती रही है। यहां घुघली, आनंदनगर, सिसवा की चीनी मिलें 1905 से 1920-30 के बीच स्थापित हुई थीं। गन्ने की खेती से अधिक मुनाफा कमाने का काम यहां के किसान पहले से करते रहे हैं, सरकार अब उनके लिए और मौके उपलब्ध करा रही है।
श्री योगी ने कहा कि जिन्हें विकास अच्छा नहीं लगता, वही लोग किसानों को गुमराह कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने गोरखपुर के पिपराइच ब्लॉक के उनौला निवासी उस किसान का उल्लेख भी किया जिसने दो बीघा खेत में स्ट्राबेरी की खेती कर मात्र छह माह में आठ लाख रुपये का शुद्ध मुनाफा कमाया है।