पेरिस के एफिल टावर (Eiffel Tower) को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है। बम की सूचना मिलने के बाद एफिल टावर को पूरी तरह से खाली करा दिया गया है। सामाचार एजेंसी रायटर के मुताबिक अगले आदेश तक एफिल टावर को बंद कर दिया गया है। घटना की सूचना मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेर लिया है और बम को ढूंढने की कोशिश की जा रही है।
शनिवार की दोपहर सूचना दी गई कि पेरिस के एफिल टावर (Eiffel Tower) को कुछ ही घंटों में बम से उड़ा दिया जाएगा। सूचना के बाद एफिल टावर की तीन मंजिल को पूरी तरह से खाली करा दिया गया। बम निरोधक विशेषज्ञों के साथ ही पुलिस ने पूरे इलाके को घेर लिया। सूचना मिली थी कि एक रेस्तरां में बम को छुपाया गया है। इसके बाद टावर से सभी लोगों को जाने के लिए कहा गया है। रेस्तरां सहित पूरे टावर में तलाशी ली जा रही है। अभी तक किसी भी तरह का बम मिलने की जानकारी नहीं मिली है।
टूरिस्टो से स्मारक खाली करने को कहा गया
घटना के संबंध में एक प्रवक्ता की ओर से जानकारी दी गई कि शनिवार को दोपहर करीब डेढ़ बजे एफिल टावर (Eiffel Tower) को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी। सूचना मिलने के तुरंत बाद टूरिस्टो से तीनों मंजिल और स्मारक के नीचे के चौक को खाली करने को कहा गया। एफिल टावर के साउथ पिलर पर एक पुलिस स्टेशन बना हुआ है। ऐसे में अगर किसी को भी एफिल टावर घूमना होता है तो कड़ी सुरक्षा निगरानी से होकर गुजरना होता है।
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पुलिस स्टेशन होने के कारण यहां पर हर वक्त काफी संख्या में पुलिस तैनात रहती है। जांच के दौरान टूरिस्टों को वीडियो सर्विलांस से होकर गुजरना होता है। इससे टूरिस्ट के पास कौन सी चीज मौजूद है उसकी जानकारी मिलती रहती है।
18,038 लोहे के टुकड़ों से बना है एफिल टावर (Eiffel Tower)
बता दें कि एफिल टावर का निर्माण 1889 में हुआ था। टावर की ऊंचाई एंटीना सहित 324 मीटर है। इस पूरे टावर को बनाने में 18,038 लोहे के टुकड़ों का इस्तेमाल किया गया है जबकि इन्हें एक दूसरे के साथ जोड़ने में 2।5 मिलियन कीलों का इस्तेमाल किया गया है। बता दें कि पेरिस की आन-बान-शान कहे जाने वाले एफिल टावर को बनने में दो साल दो महीने और पांच दिन का समय लगा था।