उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले में मंगलवार देर रात पीछे पड़ी पुलिस टीम को देखकर तीन पशु तस्कर बचने के लिए अपनी गाड़ी छोड़कर कर्मनाशा नदी में कूद गए। वे नदी के पानी के बजाय जमा सिल्ट व पत्थरों पर गिरे। ऐसे में सिर में चोट लगने के कारण तीनों की मौत हो गई। दो मृतक आपस में चचेरे भाई हैं। मामला चकिया कोतवाली क्षेत्र में चकिया-इलिया मार्ग पर स्थित मंगरौर कर्मनाशा नदी पुल का है। मौके से बिना नंबर की एक पिकअप गाड़ी बरामद हुई, जिस पर 8 गोवंश लदे थे। पुलिस अधीक्षक, IG वाराणसी रेंज ने फोर्स के साथ मौके पर पहुंचकर पड़ताल की है।
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IG वाराणसी जोन एसके भगत ने बताया कि किन परिस्थितियाें में तीनों तस्कर पुल से नदी में कूदे हैं, इसकी जांच चल रही है। जानकारी के अनुसार पुलिस टीम को देखकर तीनों लोग नदी में कूदे। इसमें दो तस्कर पत्थरों पर गिरे और उनकी मौत हो गई। एक आरोपी आधा पानी और आधा जमीन पर गिरा पड़ा मिला। वे अस्पताल में ले जाकर भर्ती करवाया गया। उसकी भी मौत हो गई। मौके से एक पिकअप बरामद हुई, जो जौनपुर के शाहगंज की है। मामले की जांच चल रही है।
पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने बताया कि तीनों मृतक गोवंश तस्कर थे। मृतकों की शिनाख्त चकिया थाना क्षेत्र के घुरहूपुर निवासी बाढ़ू (25 साल) और चंदेश (19 साल) और दीपक (28 साल) के रूप में हुई है। बाढ़ू व चंदेश चचेरे भाई हैं। दीपक कहां का रहने वाला था, इसका पता लगाया जा रहा है।
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मृतकों के परिजनों ने बताया कि बाढ़ू व चंदेश गोवंश तस्करी में काफी दिनों से लिप्त थे। तीनों शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। गंभीर चोट के कारण उनकी मौत हुई है। पुलिस हर बिंदुओं पर जांच कर रही है।