बागपत। मुबारिकपुर गांव में ढाई वर्ष पूर्व हुई राजू हलवाई हत्याकांड (Murder) का पुलिस ने शुक्रवार को खुलासा कर दिया है। राजू हलवाई की हत्या तीन लाख की फिरौती देकर उसके ही गुरू अनिल ने करवाई थी। सर्विलांस टीम व खेकड़ा पुलिस ने हत्या में शामिल तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।
खेकड़ा थाना क्षेत्र के मुबारिकपुर गांव में 28 नवम्बर 2020 की रात्रि राजू हलवाई की हत्या उस समय कर दी गयी थी जब वह एक शादी से खाना बनाकर अपने घर लौट रहा था। पास ही के फिरोजपुर गांव से मुबारिकपुर जाते समय बाइक सवार दो बदमाशों ने उसकी मोटर साइकिल रुकवाकर उसको कई गोली मारी, जिससे उसकी मौके पर मौत हो गयी। ढाई साल बाद सर्विलांस की टीम ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।
एसपी बागपत अर्पित विजयवर्गीय ने खुलासा करते हुए बताया कि राजू हलवाई ने फखरपुर गांव निवासी अनिल से हलवाई का काम सीखा था। जिसके बाद दोनों शादी समारोह में एक साथ काम करते थे। लेकिन कुछ दिन बाद राजू अपना काम अलग करने लगा और अपने गुरू अनिल से भी अच्छा खाना बनाने लगा। इससे राजू का नाम क्षेत्र में छा गया, जिससे अनिल का कार्य कम हो गया। अनिल ने राजू को चेतावनी दी कि अगर उसे काम करना है तो मेरे साथ करे, वरना उसके लिए अच्छा नहीं होगा।
पुलिस ने बताया कि अनिल ने राजू को मारने के लिए अपने चचेरे साले नीरज को तीन लाख रुपये की सुपारी दी थी। मुबारिकपुर गांव निवासी असलम की मुखबिरी के बाद शूटरों ने राजू की हत्या (Murder) करा दी। सुपारी के मिले रुपये से हथियार खरीदा और अपने साथी बड़ौत निवासी राहुल के साथ मिलकर हत्या को अंजाम दिया। पुलिस ने अनिल के घर से हत्या में प्रयुक्त तमंचा मय कारतूस बरामद करते हुए अभियुक्तों पर कार्रवाई की। एसपी ने खुलासा करने वाली टीम को 25 हजार रुपये का नकद इनाम दिया है।