कानपुर। महाराजपुर थाने की पुलिस ने बुधवार को गैंगस्टर एक्ट में वांछित चल रहे अपराधी को गिरफ्तार (Arrested) किया। पुलिस अधीक्षक तेज स्वरूप सिंह ने गिरफ्तारी के लिये पुलिस को कड़ा निर्देश देते हुए पुरस्कार घोषित किया था। पकड़े गये अभियुक्त के खिलाफ पुलिस विधिक कार्रवाई कर रही है। अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत कुल तीन अपराधी गिरफ्तार किये गए।
पहली गिरफ्तारी इनामी अपराधी की गई। गिरफ्तार आरोपित कुशीनगर जनपद के कप्तानगंज थाना क्षेत्र में स्थित भलूही बोदरबाग निवासी आशीष उर्फ स्वप्निल है। इसके खिलाफ जनपद समेत अन्य जिलों में लूट, चोरी जैसे जघन्य अपराध दर्ज हैं तथा गिरफ्तारी के लिए न्यायालय ने गैरजमानती वारण्ट एवं कुर्की का आदेश जारी किया है। इसके बाद से वह फरार चल रहा था। इसकी गिरफ्तारी के लिए थाना स्तर पर तीन टीमें गठित की गई थी, इसके अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कानपुर आउटर तेज स्वरूप सिंह ने इनाम घोषित किया था।
मुखबिर की सूचना पर थानाध्यक्ष सतीश राठौर, उप निरीक्षक विपिन कुमार, उपनिरीक्षक राममिलन, मुख्य आरक्षी रामविलास समेत पूरी टीम ने बुधवार को रामादेवी चौराहे के पास से आशीष उर्फ स्वप्निल को गिरफ्तार किया। इसके खिलाफ महराजपुर थाने में गैगेस्टर एक्ट समेत विभिन्न धाराओं में कुल पांच आपराधिक मुकदमें दर्ज हैं। पकड़े आरोपित के खिलाफ विधिक कार्रवाई करते हुए जेल भेज दिया।
इसी क्रम में पुलिस अधीक्षक कानपुर आउटर के नेतृत्व में चलाये जा रहे अभियान एवं अपराधों की रोकथाम एवं अपराधियों की धर पकड़ अभियान को सफल बनाने के लिए महाराजपुर थाने की पुलिस ने बुधवार को शातिर अपराधी फतेहपुर जनपद के विन्दकी थाना क्षेत्र में स्थित मडरांव निवासी हारून को गिरफ्तार किया। पुलिस टीम ने उसके कब्जे से एक तमंचा और दो कारतूस बरामद किया है। गिरफ्तार अपराधी के खिलाफ महाराजपुर थाने में आपराधिक मुकदमा दर्ज है। गिरफ्तार करने वाली टीम में महाराजपुर थाने के उपनिरीक्षक पवन कुमार तिवारी, सिपाही रिन्कू कुमार और रोहित कुमार शामिल थे।
इसी तरह वारण्टी कानपुर के महाराजपुर थाना क्षेत्र के किशुनपुर निवासी दिनेश निषाद को पुलिस अधीक्षक कानपुर आउटर के निर्देश पर क्षेत्राधिकारी सदर के नेतृत्व में थानाध्यक्ष द्वारा गठित टीम ने बुधवार को गिरफ्तार किया। पकड़े आरोपित के खिलाफ न्यायालय ने वारंट जारी किया था। उपनिरीक्षक छोटेलाल मिश्रा तथा सिपाही शैलेन्द्र सिह ने उसके खिलाफ विधिक कार्रवाई करते हुए न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेज दिया।